कोलकाता: ओटीटी मंच जी5 के एक वेबसीरीज में स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस का एक स्केच वांछित अपराधियों की गैलरी में कथित तौर पर दिखाए जाने को लेकर यहां के एक स्थानीय संगठन ने शो के निर्माताओं को कानूनी नोटिस भेजा है। स्वतंत्रता दिवस से पहले मंच पर जारी सीरीज ‘अभय 2’ में दिखाया गया है कि एक पुलिस अधिकारी एक आरोपी से पूछताछ कर रहा है और भगौड़ों के स्केच एक बोर्ड पर लगे हुए हैं जिन्हें पीछे दीवार पर टंगा दिखाया गया है। उनमें से एक संभवत: स्वतंत्रता सेनानी का है जिन्हें 18 वर्ष की आयु में 1908 में फांसी दे दी गई थी। सीरीज का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोगों ने जी5 को ट्रोल करना शुरू कर दिया और कुछ ने इसके बहिष्कार का आह्वान किया।
‘‘शर्मनाक’’ कृत्य के लिए मंच की निंदा करने वालों में टीएमसी के विधायक मदन मित्रा और जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष भी शामिल हैं। मित्रा ने कहा, ‘‘अगर यह सत्य है तो यह काफी शर्मनाक है। किसी बहादुर युवा स्वतंत्रता सेनानी का ऐसा चित्रण कैसे किया जा सकता है। मेरा अनुमान है कि भाजपा के नये भारत की सरकार में यह सामान्य बात है, सभी क्षेत्रों में बंगालियों के योगदान को कमतर करने के लिए वे इतिहास से छेड़छाड़ कर रहे हैं।’
एक ट्वीट के जवाब में जी5 ने ट्विटर पर कहा कि उसका आशय भावनाओं को आहत करना नहीं था। ओटीटी मंच के आधिकारिक हैंडल पर कहा गया, ‘‘निर्माताओं, शो और मंच का इरादा किसी समुदाय या किसी व्यक्ति की भावनाओं को आहत करना नहीं है। प्राप्त फीडबैक और अपने दर्शकों का सम्मान करते हुए अभय 2 के एक दृश्य में चित्र को धुंधला कर दिया गया है।’’ एक अन्य ट्वीट में मंच ने कहा, ‘‘हम गलती के बिना शर्त माफी मांगते हैं।’