चंदन राय
पार्टी बदल की राजनीति पर राजनयिक बाली विधायक वैशाली डालमिया, कहा
‘किसी भी पार्टी का मुख्य उद्देश्य जनता की सेवा’
कोलकाता, समाज्ञा : डालमिया परिवार किसी भी परिचय का मोहताज नहीं है। प्रसिद्ध उद्योगपति और भारतीय क्रिकेट प्रशासक दिवंगत जगमोहन डालमिया जिनकी बेटी वैशाली डालमिया तृणमूल से राज्य विधानसभा की सदस्य हैं। मौजूदा समय में वह बाली विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। वर्ष 2016 में अपने पिता की मृत्यु के बाद वह राजनीति में शामिल हुईं। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इन दिनों चुनाव प्रचार में जुटी हैं। वर्तमान में राज्य की राजनीति में जारी उथल-पुथल के बीच समाज्ञा के संवाददाता चंदन राय ने मुलाकात की और पार्टी की हालिया और राजनीतिक स्थिति पर उनसे बातचीत की। इस साक्षात्कार के प्रमुख अंश नीचे दिए गए हैं।
समाज्ञा : हाल ही में, आपको बाहरी बताते हुए आपके विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों में पोस्टरबाजी की गई थी। ऐसे में क्या आगामी विस चुनाव में आप दुबारा अपने ही पार्टी से विधायकी लड़ेंगी या आप भी किसी दूसरे पार्टी का रूख करेंगी?
वैशाली डालमिया : मैं निश्चित रूप से यह कह सकती हूं कि मेरे पार्टी के लोग ही मुझे बाहरी का तमगा दे रहे हैं और मेरे खिलाफ पोस्टरबाजी कर रहे हैं। ऐसे करके वे मुझ पर नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री के निर्णय पर सवाल उठा रहे हैं। क्योंकि, मुझे बाली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव में प्रत्याशी बनाने का निर्णय खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का था, वे ऐसा करके मुख्यमंत्री के निर्णय के खिलाफ सवाल उठा कर रहे हैं। रही बात अगले साल के विधानसभा चुनाव की तो किसी भी राजनीतिक पार्टी का मुख्य उद्देश्य जनता की सेवा करना है। फिर चाहे तृणमूल हो या भाजपा या कोई अन्य राजनीतिक दल। मेरी प्राथमिकता मेरे विधानसभा क्षेत्र लिलुआ, बेलूड़ और बाली के निवासियों के लिए काम करना है। मेरे बारे में कौन क्या कह रहा है, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।
समाज्ञा : आप अपने ही पार्टी के सदस्यों पर आरोप लगा रही हैं। क्या आपको नहीं लगता कि मामले को सार्वजनिक करने के बजाय क्लोज डोर मीटिंग से किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता था?
वैशाली डालमिया : आपने सही कहा। अगर उनकी कोई भी समस्या थी तो वे मुझसे बात कर सकते थे, लेकिन ऐसा न कर उन्होंने मामले को सार्वजनिक कर दिया और मेरे खिलाफ अफवाह फैलाया। रही बात क्लोज डोर मीटिंग की तो वे ऐसा नहीं कर सकते थे, क्योंकि मैं उनके लिए प्रतिद्वंदी जरूर हूं लेकिन मैंने ऐसा कोई काम नहीं किया कि कोई मुझ पर उंगली उठा सके।
समाज्ञा : तो क्या आपका कहना है कि आपके ही पार्टी के सदस्य आपको अपने विस क्षेत्र में कार्य करने में बाधा पैदा कर रहे हैं?
वैशाली डालमिया : जी, बिल्कुल मेरे ही पार्टी के सदस्य ऐसा कर रहे हैं, क्योंकि वे सारे भ्रष्टाचार एवं आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं, जिसका मेरे पास पुख्ता प्रमाण हैं। मैंने कई बार शीर्ष नेताओं को इस मामले को लेकर सूचित किया, बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं की गई। वर्तमान में, तृणमूल की जो स्थिति है वह जिला में अनुशासन की कमी और कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति के कारण है।
समाज्ञा : हाल ही में हावड़ा में पार्टी की सांगठनिक बैठक में प्रशांत किशोर (पीके) ने आपको नहीं बुलाया, इससे क्या समझा जाए?
वैशाली डालमिया : हां, यह सच है कि हालिया दिनों में पीके ने एक सांगठनिक बैठक की, जिसमें मुझे नहीं बुलाया गया। लेकिन, इसका यह मतलब नहीं है कि मुझे पार्टी से दरकिनार कर दिया गया है। बल्कि, पीके की रणनीति में कमी है। ये लोग पार्टी को मजबूत बनाने की बजाय डिवाइड एंड रुल की नीति अपना रहे हैं। विस चुनाव नजदीक है और ऐसे में अगर आप सभी को साथ लेकर नहीं चलेंगे तो पार्टी बिखरती रहेगी। अगर चुनाव में पार्टी एक साथ नहीं खड़ी होगी तो जीत कैसे हांसिल होगी। मुझे नहीं समझ आ रहा कि पार्टी बाली से सीट जितना चाहती है या फिर हारना।
समाज्ञा : पीके को खुद मुख्यमंत्री ने नियुक्त किया है, ऐसे में आप उनके काम से कितनी हद तक खुश है? क्या आपकी उनसे कभी मुलाकात हुई है?
वैशाली डालमिया : पार्टी की सांगठनिक बैठक में एक बार मुलाकात हुई है वो भी वर्चुअली। पीके बड़े लोग हैं, क्योंकि वो खुद काम करने के बजाय आई-पैक (प्रशांत किशोर की कंपनी जो तृणमूल के लिए चुनाव प्रचार का काम कर रही है) स्कूल-कॉलेज से पास किए हुए बच्चों को नियुक्त करती है और ये बच्चे पार्टी के वरिष्ठ विधायकों से आकर सवाल-जवाब करते हैं। उन्हें डांट-फटकार लगाते हैं। साथ ही, उन्हें क्या करना है और कैसे करना है, इसका भी निर्देश देते हैं। अगर जिम्मेदारी पीके को दी गई है तो उन्हें स्वयं सभी विधायकों के साथ बैठक करनी चाहिए न कि बच्चों को भेजना चाहिए। वर्तमान में, इतना भी मॉर्डनाइजेशन पार्टी के लिए ठीक नहीं। क्योंकि, इस मॉर्डनाइजेशन से पार्टी के कई वरिष्ठ विधायक खुद को कनेक्ट नहीं कर पा रहे।
मेरी निजी राय में मैं उनके काम से खुश नहीं हूं और इसका मुख्य कारण जैसा मैंने आपको पहले भी कहा वो विभाजन की राजनीति कर रहे हैं। मैं यहां एक बात और जोड़ना चाहूंगी कि कोरोना से पहले निकाय चुनाव के वक्त मुझे उनका कार्य बहुत पसंद आया था। जिन नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप थे, उन नामों को खारिज कर दिया गया था। लेकिन, अब स्थिति बदल गयी है। अब उन्हीं नेताओं को आगे किया जा रहा है। ये तो आंखों में धूल झोंकने वाली बात हो गयी। अगर स्थिति पहले जैसी ही रखनी थी और उन्हीं नेताओं को ही पार्टी के भविष्य के तौर पर प्रोजेक्ट करना था तो फिर उन लोगों के साथ धोखा क्यों किया गया। जनता उनके इस निर्णय से खुश नहीं है।
समाज्ञा : आपके विस क्षेत्र के मूलभूत सुविधाओं में क्या कमी है और इसके लिए आपने क्या कदम उठाए है?
वैशाली डालमिया : पहले का तो मुझे पता नहीं, लेकिन मेरे विधायक बनने के बाद से मैंने अपने इलाके में मूलभूत सुविधाओं के लिए काफी कार्य किया है। यह सभी जानते हैं कि बाली विस क्षेत्र बंगाल का एक प्रमुख कुटीर ओद्यौगिक क्षेत्र है। यहां बड़ी संख्या में श्रमिक वर्ग निवास करते हैं। रोजाना सैकड़ों की तादाद में भारी मालवाहक वाहनों का आवाजाही लगा रहता है। ऐसे में क्षेत्र के कई सड़कों की स्थिति जर्जर है। इतना ही नहीं, विस क्षेत्र में ढूंढने से ही शायद सार्वजनिक शौचालय मिलेंगे। मैंने बीते 5 वर्षों में इन तमाम मुद्दों पर कार्य किया है। लेकिन, परेशानी तब सामने खड़ी होती है, जब इतने के बाद भी आपके लोग ही आपका समर्थन नहीं देते है। मैं ऐसे कई पत्र दिखा सकती हूं, जहां कई बार कॉर्पोरेशन को जर्जर सड़क की मरम्मत के लिए ध्यान आकर्षित किया गया है। मगर, कोई सुनवाई ही नहीं हुई।
समाज्ञा : आपकी बातों से यह साफ है कि आप पीके के काम से नाखुश, पार्टी के कुछ लोगों के काम से भी नाखुश है, ऐसे में आप खुद किस तरह लोगों की बीच पहुंच रही है।
वैशाली डालमिया : विधायक चुने जाने के बाद मैंने हमेशा कोशिश की है कि अपने क्षेत्र के निवासियों के हर सुख-दुख से जुड़ सकूं। इसके लिए मैंने हर संभव कोशिश की है। जैसे मैंने अपने मोबाइल नंबर को सार्वजनिक कर दिया और आज के वक्त मेरा नंबर क्षेत्र के लोगों के अलावा अन्य जिलों के लोगों के पास भी उपलब्ध है। वर्तमान में क्षेत्र के लोग किसी भी परेशानी में पहले मुझे फोन करते हैं और उनके समस्या को अपना समझकर जल्द से जल्द समाधान करने की पूरी कोशिश करती हूं।
समाज्ञा : इस स्थिति में क्या आप उम्मीद करती हैं कि पार्टी आपको दोबारा इसी क्षेत्र से मौका देगी?
वैशाली डालमिया : बीते पांच वर्षों से मैंने बाली विस क्षेत्र के लोगों के लिए जो कार्य किया है मैं उसे आगे भी जारी रखना चाहती हूं क्योंकि अब भी बहुत से अहम कार्य बाकी हैं। इन पांच वर्षों में यहां के लोगों से मेरा पारिवारिक रिश्ता सा बन गया है। ऐसे में मैं यह कह सकती हूं कि मैं विधानसभा का चुनाव बाली से ही लड़ूंगी।