कोलकाता : बंगाल के शासक का नाम तो ममता है लेकिन उनके मन में सनातन धर्म के प्रति बिल्कुल भी ममत्व नहीं है। जोड़ासांको स्थित राम शरद कोठारी प्रतिभा सम्मान समारोह में अपना वक्तव्य रखते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि बंगाल की पावन भूमि रामकृष्म परमहंस, आदिगुरु शंकराचार्य, स्वामी विवेकानंद व आदि जैसे महान व्यक्तियों का जन्म स्थान है, जिन्होंने देश हित के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। वहीं बंगाल जिसने पूरे देश को आध्यात्म सिखाया है। बड़ी दु:ख के साथ कहना पड़ रहा है कि बंगाल की बागडोर ऐसे शासक के हाथों में है जिनका नाम तो ममता है लेकिन उनके मन में धर्म के प्रति बिल्कुल ममत्व नहीं है। ‘जो बंगाल आज सोचता है, वह भारत कल सोचता है’ पंक्तियों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि यह पहले कभी बंगाल की सोच हुआ करती थी। लेकिन पहले माकपा ने और फिर ममता के निर्ममता ने, बंगाल के साथ जो अत्याचार किया है उसके बाद वर्तमान समय में आम लोग जय श्री राम बोलने से डरते हैं। जय श्री राम का नारा लगाने से लोगों को मौत के घाट उतार दिया जाता है, गोलियां चलाई जाती है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि ममता को जल्द ही इसका लोकतांत्रिक जवाब मिलेगा। उन्होंने पाकिस्तान के साथ ममता बनर्जी के संबंधों को जोड़ते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने से ममता ट्वीट करती है कि ह्यूमन राईट का हनन किया जा रहा है। वहीं पाकिस्तान में बैठे ममता के भाई भी उनकी सुर में सुर मिला रहे हैं।
नाम है ममता लेकिन ममत्व बिल्कुल नहीं है : डॉ. संबित पात्रा
