-चिकित्सक के साथ दुष्कर्म व हत्या की घटना के खिलाफ लड़कियों में रोष
-कार्यक्रम का नारा था स्वंतत्रता दिवस की आधी रात महिलाओं की आजादी के लिए।
कोलकाता : कोलकाता के सरकारी आरजी कर अस्पताल की स्नातकोत्तर प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म व उसकी हत्या की घटना के खिलाफ कोलकाता व राज्य के जिलों में बुधवार रात को महिलाएं-लड़कियां सडक़ों पर उतरीं और उन्होंने न्याय की मांग की। इस विरोध प्रदर्शन में पुरुष भी शामिल थे। जिस अकेली युवती के आह्वïान पर आधी रात को सडक़ों पर महिलाएं उतरीं उनका नाम रिमझिम सिन्हा है। प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा व वर्तमान शोधार्थी महिला चिकित्सक से साथ दुष्कर्म व हत्या की घटना का इंसाफ चाहती हैं।
दरअसल 10 अगस्त की रात को उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट करके लड़कियों से आधी रात को सडक़ पर उतरने का आह्वïान किया था। इसका उन्हें लड़कियों की ओर से जबरदस्त समर्थन मिला। इस कार्यक्रम का नाम लड़कियां रात पर कब्जा करें दिया गया था। कार्यक्रम का नारा था स्वंतत्रता दिवस की आधी रात महिलाओं की आजादी के लिए। लड़कियों ने इस कार्यक्रम के लिए अनेक वाट्सएप ग्रुप बनाया था। रिमझिम के आह्वïान पर रात 11.55 बजे के निर्धारित समय से पहले कोलकाता के जादवपुर 8 बी बस स्टैंड, एकैडमी आफ फाइन आर्ट्स, कालेज स्ट्रीट समेत अनेक जगहों पर लड़कियां व महिलाएं इकट्ठा हुईं। सभी न्याय की मांग की तख्तियां लिए हुई थीं। रिमझिम के आह्वïान पर सिर्फ बंगाल ही नहीं दिल्ली के बंगालीटोला चित्तरंजन पार्क में भी लड़कियां सडक़ पर उतरीं। बेंगलुरु के टाउन हाल के सामने भी लड़कियां इक_ा हुईं। इस कार्यक्रम के लिए शहर में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए थे। मेट्रो रेलवे ने भी अपनी ट्रेनों की संख्या में इजाफा किया था। रिमझिम ने कहा कि पिछले कुछ दिनों उनके पास इतने काल आ रहे हैं कि फोन हैंग हो जा रहा है। रिमझिम ने बताया कि विभिन्न जिलों के 60-70 स्थानों के स्थानीय लोगों ने उनसे संपर्क किया था और अपने क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित किए।
मी-टू में शिकायत करने वाली अपनी सहेलियों के लिए भी लड़ी थीं रिमझिम :
रिमझिम की दो सहेलियों ने मी-टू में शिकायत दर्ज कराई थी। रिमझिम ने उनके लिए भी लड़ाई लड़ी थी। 2018 में सायबराबाद में एक डाक्टर की हत्या और जलाए जाने की घटना के खिलाफ भी रिमझिम ने रात में जादवपुर में एक कार्यक्रम आयोजित किया था। यह बिल्कुल प्रतीकात्मक था। ज्यादा लोग नहीं आए थे। रिमझिम को संसदीय लोकतंत्र में किसी भी राजनीतिक दल पर कोई भरोसा नहीं है।
महिलाओं के समर्थन में टीएमसी नेता ने भी दिया धरना :
टीएमसी के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर राय ने भी घटना के विरोध में महिलाओं की ओर से मध्य रात्रि को किए जाने वाले प्रदर्शन से एकजुटता दिखाने के लिए रात को धरना दिया। उन्होंने कहा कि उनकी खुद की भी एक बेटी और एक पोती है। हमें इस घटना के खिलाफ साथ खड़े होना चाहिए।