मैं पश्चिम बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं से जलपाईगुड़ी जिले में भारी बारिश और तूफान से प्रभावित लोगों की सहायता करने का आग्रह करता हूं : मोदी
जलपाईगुड़ी : पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से में स्थित जलपाईगुड़ी जिले के कुछ हिस्सों में ‘अचानक’ आए तूफान की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि जिला मुख्यालय शहर के अधिकांश हिस्सों और पड़ोसी मैनागुड़ी के कई इलाकों में ओलावृष्टि के साथ तेज हवाएं चलने से कई झोपड़ियां और मकान क्षतिग्रस्त हो गए, पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे गिर गए।
उन्होंने बताया कि तूफान की वजह से राजारहाट, बार्निश, बकाली, जोरपाकड़ी, माधबडांगा और सप्तीबारी सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं एवं कई एकड़ क्षेत्र में लगी फसलों को नुकसान हुआ है।
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान दिजेंद्र नारायण सरकार (52), अनिमा बर्मन (45), जगन रॉय (72) और समर रॉय (64) के रूप में की गई।
जलपाईगुड़ी जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘ओलावृष्टि से कई पैदल यात्री घायल हो गए। आपदा प्रतिक्रिया दल को तैनात किया गया है और सहायता बूथ स्थापित किए गए हैं।’’
धूपगुड़ी के विधायक निर्मल चंद्र रॉय ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कई लोगों को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और रविवार को जलपाईगुड़ी जाएंगी।
राजभवन के अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल सी वी आनंद बोस भी प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए सोमवार को जलपाईगुड़ी रवाना होंगे। उन्होंने बताया कि जलपाईगुड़ी की स्थिति से निपटने के लिए राजभवन में एक आपातकालीन प्रकोष्ठ स्थापित किया गया है।
बनर्जी ने कहा कि नागरिक प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन के कर्मियों को राहत कार्य के लिए तैनात किया गया है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘यह जानकर दुख हुआ कि आज दोपहर अचानक भारी बारिश और तूफानी हवाओं ने जलपाईगुड़ी-मैनागुड़ी के कुछ इलाकों में आपदाएं ला दीं, जिसमें मानव जीवन की हानि हुई, चोटें आई, मकानक्षतिग्रस्त हुए, पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जिला प्रशासन मौत के मामले में परिजनों और घायलों को नियमों के अनुसार और एमसीसी (आदर्श आचार संहिता) का पालन करते हुए मुआवजा प्रदान करेगा।’’
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक राज्यपाल बोस दिल्ली में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संपर्क में हैं। उन्होंने जलपाईगुड़ी में और सामग्री और मानवबल भेजने का अनुरोध किया है।