स्वामी स्मरणानंद महाराज के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मंगलवार को एक्स हैंडल पर साझा की गई उनके साथ अपनी पुरानी तस्वीर। जिसमें पीएम महाराज से आशीर्वाद ले रहे हैं।
- 95 साल की उम्र में कोलकाता के अस्पताल में ली अंतिम सांस
- पीएम बोले- स्मरणानंद महाराज ने अपना पूरा जीवन अध्यात्म और सेवा के लिए समर्पित कर दिया
कोलकाता : रामकृष्ण मिशन एवं मठ के अध्यक्ष स्वामी स्मरणानंद महाराज का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार रात यहां निधन हो गया।वे 95 साल के थे। दक्षिण कोलकाता स्थित रामकृष्ण मिशन सेवा प्रतिष्ठान के अस्पताल शिशु मंगल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उम्र से संबंधित बीमारियों के चलते पिछले कई दिनों से वे यहां भर्ती थे।स्वामी स्मरणानंद के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा दुख जताया है। पीएम ने महाराज के साथ अपनी पुरानी तस्वीरें साझा करते हुए एक्स पर लिखा- रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के पूज्य अध्यक्ष स्वामी स्मरणानंद जी महाराज ने अपना जीवन अध्यात्म और सेवा के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने अनगिनत दिलों और दिमागों पर अमिट छाप छोड़ी। उनकी करुणा और ज्ञान पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। पीएम ने आगे लिखा कि- मेरा उनसे वर्षों से बहुत करीबी रिश्ता रहा है। मुझे 2020 में बेलूर मठ की अपनी यात्रा याद है, जब मैंने उनसे बातचीत की थी। कुछ हफ़्ते पहले कोलकाता में मैं अस्पताल भी गया था और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी।मेरी संवेदनाएं बेलूर मठ के अनगिनत भक्तों के साथ हैं। ओम शांति।
बता दें कि पीएम मोदी बंगाल दौरे में पांच मार्च की शाम कोलकाता पहुंचने के साथ महाराज को देखने शिशु मंगल अस्पताल गए थे और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी। इधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लिखा- स्मरणानंदजी महाराज के आज रात निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। इस महान भिक्षु ने अपने जीवनकाल में रामकृष्णवादियों की विश्व व्यवस्था को आध्यात्मिक नेतृत्व प्रदान किया तथा वे विश्व भर में लाखों भक्तों के लिए सांत्वना का स्रोत बने हुए हैं।मैं उनके सभी साथी भिक्षुओं, अनुयायियों और भक्तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।
बता दें कि रामकृष्ण मठ और मिशन के पूर्व अध्यक्ष स्वामी आत्मस्थानंद महाराज के निधन के बाद स्वामी स्मरणानंद महाराज ने जुलाई, 2017 में रामकृष्ण मठ और मिशन के 16वें अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था।पिछले छह माह से वह वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे।