मुंबई : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने बचे हैं और ऐसे में राज्य के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता देवेन्द्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि सत्तारूढ़ महायुति के सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे को ‘‘जल्द’’ ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने भी चुनाव पूर्व व्यवस्था पर अपनी टिप्पणी में कहा कि ‘‘लगभग 70-80 प्रतिशत’’ (288) विधानसभा क्षेत्रों में सीट बंटवारे पर सत्तारूढ़ गठबंधन के फार्मूले को अंतिम रूप दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि महायुति का समझौता मुख्य प्रतिद्वंद्वी विपक्षी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) से काफी पहले हो जाएगा।
महायुति (महागठबंधन) में भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल हैं। महायुति सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे और इसकी औपचारिक घोषणा के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने पुणे में संवाददाताओं से कहा, ‘‘सीट बंटवारे के फॉर्मूले को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा।’’
उन्होंने इस बारे में कोई और जानकारी नहीं दी कि यह कितना जटिल मुद्दा होगा।
हालांकि, अलग से बात करते हुए बावनकुले ने दावा किया कि लोग महायुति के सीट बंटवारे के फार्मूले को एमवीए के घटकों – कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा (शरदचंद्र पवार) – द्वारा समझौते की घोषणा से पहले ही देख लेंगे।
बावनकुले ने कहा, ‘‘लगभग 70-80 प्रतिशत निर्वाचन क्षेत्रों में सीट के बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (शिवसेना), फडणवीस (भाजपा) और प्रफुल्ल पटेल (राकांपा) के बीच (हाल ही में) हुई बैठक का नतीजा यह निकला कि उम्मीदवार की जीत की संभावना सबसे जरूरी मानदंड है।’’
इस बीच, शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से जुड़े उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा, “राजग (राज्य में महायुति) के तीनों नेता महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति से अच्छी तरह वाकिफ हैं। कुछ उम्मीदवारों की घोषणा बहुत देर से करने की गलती (जैसा कि राज्य में लोकसभा चुनावों के दौरान हुआ था) इस बार नहीं दोहरायी जाएगी। हमने 75 प्रतिशत से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सीट बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप दे दिया है।’’
हालांकि, कैबिनेट मंत्री एवं राकांपा के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने सीट बंटवारे पर महायुति द्वारा व्यापक सहमति बनाने के बारे में अनभिज्ञता जतायी। भुजबल ने कहा, ‘‘मुझे तीनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे के फॉर्मूले के बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन हमने (राकांपा) चुनाव लड़ने के लिए करीब 80 सीट की मांग की है।’’
मौजूदा विधानसभा में, भाजपा 103 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है, उसके बाद शिवसेना 40, राकांपा 41, कांग्रेस 40, शिवसेना (यूबीटी) 15, राकांपा (शरदचंद्र पवार) 13 और अन्य 29 हैं। कुछ सीटें खाली हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नवंबर में होने की संभावना है।