जलपाईगुड़ी : सात अप्रैल (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार और हिंसा की खुली छूट चाहती है और यही वजह है कि ऐसे मामलों की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसियों को राज्य में हमलों का सामना करना पड़ता है।
जलपाईगुड़ी में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने यह भी दावा किया कि पश्चिम बंगाल में ‘टीएमसी का सिंडिकेट राज’ कायम है और पार्टी केवल अपने भ्रष्ट नेताओं को बचाने में रुचि रखती है।
उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस सरकार बंगाल में लूटपाट और आतंक के लिए खुली छूट चाहती है। तृणमूल कांग्रेस अपने जबरन वसूली करने वाले और भ्रष्ट नेताओं को बचाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों के यहां आने पर उन पर हमले की साजिश रचती है।’’
मोदी की यह टिप्पणी एक दिन पहले राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की एक टीम पर शनिवार को भीड़ द्वारा कथित तौर पर हमले के बाद आई है। यह घटना उस वक्त हुई थी, जब पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में 2022 के विस्फोट मामले में दो मुख्य संदिग्धों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी की ओर से गिरफ्तार करने का प्रयास किया गया था।
मोदी ने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस कानून और देश के संविधान की अवहेलना कर रही है।’’
पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर इलाके में मनोब्रत जना और बलाई चरण मैती को गिरफ्तार करने गए एनआईए के दल पर कथित तौर पर भीड़ ने हमला कर दिया था।
भूपतिनगर में दिसंबर 2022 में हुए विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गयी थी।
शहर की सत्र अदालत ने दोनों आरोपियों को जमानत देने से इनकार करते हुए उन्हें 10 अप्रैल तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया।
एनआईए की टीम पर शनिवार को हुए हमले ने पांच जनवरी की याद ताजा कर दी, जब सार्वजनिक वितरण प्रणाली में कथित अनियमितताओं के संबंध में तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख के घर पर तलाशी के दौरान उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में भीड़ ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम पर हमला कर दिया था।
मोदी ने उल्लेख किया कि राज्य में स्थिति ऐसी है कि विभिन्न मामलों में ‘‘अदालत को हस्तक्षेप करना पड़ता है’’।
प्रधानमंत्री ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर राज्य में गरीबों के लिए केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में बाधा डालने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस केंद्रीय कोष को राज्य के गरीब लोगों तक नहीं पहुंचने दे रही है। वे पहले अपने खाते में केंद्रीय धन चाहते हैं। पूरे पश्चिम बंगाल में टीएमसी का सिंडिकेट राज चल रहा है। तृणमूल कांग्रेस सरकार गरीबों के कल्याण के लिए चलाई जा रही केंद्रीय योजनाओं पर रोक लगा रही है।’’
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि प्रवर्तन निदेशालय ने बंगाल में भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में तृणमूल कांग्रेस के भ्रष्ट नेताओं की 3,000 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। मोदी ने कहा कि यह पैसा उन लोगों को लौटाने के तरीकों पर सुझाव लिए जा रहे हैं, जिन्होंने ये पैसे दिये थे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको गारंटी देता हूं कि भ्रष्ट नेताओं द्वारा लूटा गया धन गरीब लोगों को वापस दिया जाएगा, जिन्हें नौकरी पाने के लिए पैसे देने पड़े थे।’’
मोदी ने आरोप लगाया कि विपक्षी गठबंधन झूठ और धोखे की राजनीति करने में व्यस्त है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कह रहा हूं कि भ्रष्टाचार हटाओ। विपक्ष कह रहा है कि भ्रष्टाचारियों को बचाओ। मैं सुनिश्चित करूंगा कि भ्रष्टाचारियों को सजा मिले और गरीबों को न्याय मिले। चार जून (जब लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होंगे) के बाद भ्रष्टाचारियों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘टीएमसी, वाम दलों और कांग्रेस ने भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए ‘इंडी’ गठबंधन बनाया है।’’ प्रधानमंत्री ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ को अक्सर ‘इंडी’ गठबंधन कहते रहे हैं।
संदेशखाखलि की हाल की घटनाओं का उल्लेख करते हुए मोदी ने लोगों को आश्वासन दिया कि इस मामले के दोषियों को अपना शेष जीवन जेल में बिताना होगा। संदेशखालि में पिछले दिनों तृणमूल कांग्रेस के नेताओं द्वारा महिलाओ के यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया था।
उन्होंने कहा, ‘‘संदेशखालि में जो हुआ, उसे पूरे देश ने देखा। क्या आपको नहीं लगता कि संदेशखालि के दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए?’’
मोदी ने 4 अप्रैल को कूचबिहार में एक रैली के दौरान कहा था कि संदेशखालि के दोषियों को अपना बाकी जीवन जेल में बिताना होगा।
लोगों से एक मजबूत और स्थिर सरकार चुनने का आग्रह करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार जितनी मजबूत होती है, भारत में दुनिया का विश्वास उतना ही मजबूत होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं 2047 के लिए चौबीसों घंटे काम करता हूं। राजग सरकार के पिछले 10 साल हाशिए पर रह रहे समुदायों के जीवन को आसान बनाने के लिए समर्पित थे। आपने मेरा समर्थन किया, और मैंने भारत के परिदृश्य को बदलने का फैसला किया। आपने पिछले 10 सालों में जो देखा है, वह सिर्फ एक ट्रेलर है।’’
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम लिए बगैर उनपर निशाना साधा, जिन्होंने हाल ही में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त किए जाने के मुद्दे पर भाजपा नेताओं पर निशाना साधा था।
मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष सोचते हैं कि अनुच्छेद 370 का दूसरे राज्यों से कोई लेना-देना नहीं है। क्या जम्मू-कश्मीर देश का अभिन्न अंग नहीं है? यह उनकी विभाजनकारी मानसिकता को दर्शाता है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक बंगाली थे, जिन्होंने अनुच्छेद 370 के खिलाफ लड़ाई लड़ी और इस उद्देश्य के लिए अपना जीवन खपा दिया।’’