हटाएं जाएगें 109 चेकपोस्ट, कृषकों की सुविधा के लिए लिया गया फैसला
फैसले से होगा दो सौ करोड़ का नुकसान
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कृषकों के हित के लिए एक बड़ाकिदम उठाया है। उन्होंने कृषि उत्पादों की निर्बाध आवाजाही के लिए एक अप्रैल से राज्य के सभी 109 चेकपोस्ट को हटाने का निर्देश दिया है। ब्ाुधवार को राज्य सचिवालय नवान्न में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने खुद इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादों से लदे वाहनों को अब चेकपोस्टों पर घंटों तक रुकना नहीं पड़ेगा। एक अप्रैल से कृषि उत्पादों के लिए राज्य के सभी 109 चेकपोस्टों को हटा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस फैसले से राज्य सरकार को करीब 200 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होगा, लेकिन लोगों के हित में उन्होंने यह फैसला लिया है। ममता ने कहा कि पहले कृषि उत्पाद लदे वाहनों को चेकपोस्टों पर जांच के लिए कई घंटों तक रूकना पड़ता था। इसके कारण कई बार कृषि उत्पाद सहित मछली, अंडा आदि खराब हो जाते थे। इसको लेकर लगातार मिल रही शिकायतों व किसानों की परेशानियों को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी चेकपोस्टों को हटाने का फैसला किया है। ममता ने कहा कि कृषि ही हमारी सबसे बड़ी संपत्ति है, इसलिए कृषि उत्पाद लदे वाहनों की पूरे राज्य में अब कहीं भी कोई जांच नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ी राहत है और लोगों को इससे लाभ मिलेगा। ममता ने साथ ही कहा कि इन चेकपोस्टों पर काम करने वाले कुल 649 कर्मचारियों में से किसी की भी नौकरी नहीं जाएगी। उन्हें पास के कृषक बाजारों या अन्य जगहों पर काम दिया जाएगा।
बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने रविवार को महिलाओं को समाज का आधार स्तंभ बताते हुए कहा था कि उनकी सरकार महिलाओं के कल्याण और सशक्तीकरण को लेकर प्रतिबद्ध है। ममता ने अपनी सरकार की महत्वाकांक्षी कन्याश्री और रूपश्री जैसी कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए पूरी दुनिया की महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दीं। ममता ने ट्वीट किया, ‘महिलाएं हमारे समाज का आधार स्तंभ हैं। वे हमारी गौरव हैं। मैं पूरी दुनिया की सभी माताओं और बहनों को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2020 की शुभकामनाएं देती हूं।’