हावड़ा : नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शुक्रवार से बंगाल में शुरू हुए विरोध प्रदर्शन शनिवार को भी जारी रहा। इस क्रम में हावड़ा में शनिवार को भी कई जगहों पर तोड़फोड़ व आगजनी की गयी। कानून के विरोध में हजारों की संख्या में लोगों ने विभिन्न स्टेशनों में ट्रेन संचालन ठप कर दिया। रेल पटरी पर टायर जलाने के साथ ही स्टेशनों में भी तोड़फोड़ और आगजनी की गयी। शनिवार की सुबह नागरिकता कानून के विरोध में कोना एक्सप्रेस-वे रणक्षेत्र में तब्दील हो गया।

जानकारी के अनुसार कुछ अल्पसंख्यक संगठनों के सदस्यों ने गरफा के पास सड़क को अवरुद्ध करके विरोध शुरू कर दिया। सड़क के बीचों-बीच एक-एक करके टायर जलाए गए। इसके बाद कोना एक्सप्रेस-वे पर विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। सड़क पर खड़ी बसों में आग लगा दी गयी। स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए हावड़ा सिटी पुलिस की भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस भी छोड़ी गयी। इसके बाद स्थिति को नियंत्रण में किया गया।

इसके अलावा विरोध कर रहे हजारों लोगों ने सांकराइल और सांतरागाछी रेलवे स्टेशन के पास सड़कों को जाम कर दिया और कुछ दुकानों में आग लगा दी। इसके अलावा कोना एक्सप्रेस-वे, जगदीशपुर, डोमजूड़ के सलप, अंकुरहाटी, नलपुर, बांकड़ा, निबरा, गरफा, जगतबल्लभपुर, बागनान समेत अन्य कई जगहों पर पूरे दिन हिंसक घटनाएं होती रही। ज्ञात हो कि गत शुक्रवार को उलूबेरिया स्टेशन के टिकट काउंटर में उपद्रवियों ने धावा बोलकर करीब चार लाख की नगदी, आठ कम्प्यूटर समेत अन्य सामान लूट लिया। रेलवे सुरक्षाबल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,

‘दोपहर के समय वे (भीड़) स्टेशन परिसर में घुसे और टिकट काउंटर में आग लगा दी। जब आरपीएफ और रेलवे कर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उनकी पिटाई की गई।’ इस हंगामे की वजह से ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार दक्षिण पूर्व रेलवे के मोरीग्राम-बाकड़ा नायाबगंज सेक्शन में आंदोलन के कारण हावड़ा-खड़गपुर सेक्शन में 8 एक्सप्रेस और 12 लोकल को विभिन्न स्टेशनों पर खड़ा कर दिया गया। इसके अलावा 13 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया।