नई दिल्ली : सड़क यात्रियों को अगले महीने से टोल प्लाजा पर अधिक जेब ढीली करनी पड़ेगी। सरकार टोल टैक्स की दरों में 5 से 8 फीसदी तक इजाफा करने जा रही है। इससे निजी व व्यवसायिक वाहनों को अगल-अगल टोल टैक्स दरों के मुताबिक भुगतान करना होगा। सरकार सड़क हादसों में घायलों को मुफ्त इलाज (कैशलेस ट्रीटमेंट) देने की योजना को टोल टैक्स व्यवस्था से जोड़ने पर विचार कर रही है। इसके लागू होने पर टोल रोड पर चलना और मंहगा हो जाएगा।
सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि देशभर में 563 टोल प्लाजा हैं। नियमत: थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) के अनुपात में साल में एक बार टोल टैक्स की दरें बढ़ाई जाती हैं, लेकिन कुछ टोल प्लाजा की टोल टैक्स की दरें नए वित्तीय वर्ष यानी पहली अप्रैल से बढ़ाई जाती हैं। कई टोल प्लाजा में टोल टैक्स की दरों में पहली सितंबर से बढ़ोतरी होती है।
अधिकारी ने बताया कि यह एनएचएआई और कंपनी के साथ हुए मॉडल कॉन्ट्रैक्ट एग्रीमेंट (एमसीए) के अनुसार तय होता है। इस प्रकार साल भर में टोल की दरें दो बार बढ़ाई जाती हैं, लेकिन एक टोल प्लाजा पर साल में एक बार ही दरें बढ़ती हैं। उन्होंने बताया कि एमसीए के मुताबिक इस साल भी एक सितंबर से तमाम टोल प्लाजा पर टोल की दरें बढ़ाई जा रही हैं।