खड़गपुर : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और नागरिकता (संशोधन) विधेयक (कैब) का विरोध करने के लिए विपक्षी दलों का आह्वान करते हुए कहा कि देश के एक भी नागरिक को शरणार्थी नहीं बनने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह बिल के खिलाफ राज्य के लोगों के साथ हैं और जब तक वहां टीएमसी है, तब तक कोई कुछ भी यहां के लोगों पर थोप नहीं सकता।
बनर्जी ने खड़गपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘एनआरसी और कैब को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। हम बंगाल में कभी इसकी इजाजत नहीं देंगे। वे किसी वैध नागरिक को यूं ही देश से बाहर नहीं फेंक सकते या उसे शरणार्थी नहीं बना सकते।’ इस रैली का आयोजन उपचुनावों में हाल में पार्टी को मिली जीत को लेकर किया गया था।
अभिषेक बनर्जी बोले- स्वामी विवेकानंद को लगता धक्का
इससे पहले टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने लोकसभा में कहा कि अगर स्वामी विवेकानंद अपने ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ के खिलाफ बने इस बिल को देखते तो उन्हें भी बहुत धक्का लगता। बीजेपी का ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ विभाजनकारी है। अगर हम महात्मा गांधी के शब्दों को नजरंदाज करेंगे और सरदार पटेल की सलाह पर ध्यान नहीं देंगे तो यह विनाशकारी होगा।
इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश करते हुए विपक्ष के ऐतराजों का जवाब देते हुए कहा कि यदि आप लोग इसे गलत साबित कर देंगे तो हम बिल वापस ले लेंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हम भारत में अल्पसंख्यकों को लेकर चिंतित हैं, उसी तरह पड़ोसी मुल्कों से आने वाले माइनॉरिटी समुदाय के लोगों के लिए भी हम प्रतिबद्ध हैं।
नागरिकता संशोधन विधेयक पर ममता ने कहा, हमारे रहते कोई कुछ नहीं थोप सकता
