नयी दिल्ली: कोविड-19 के मद्देनजर सख्त एहतियात के बीच पिछले सप्ताह आयोजित हुई जेईई मेन्स परीक्षा में कुल पंजीकृत उम्मीदवारों में से 74 प्रतिशत उपस्थित हुए । यह जनवरी सत्र के मुकाबले उपस्थिति के आंकड़े में गिरावट को दर्शाता है।जनवरी सत्र के दौरान उपस्थिति कुल पंजीकृत उम्मीदवारों का 94.32 प्रतिशत रही थी ।
देश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिये संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई)-मेन्स का आयोजन वर्ष में दो बार होता है।केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 1 सितंबर से 6 सितंबर तक आयोजित हुई जेईई मेन्स परीक्षा में 8.58 लाख अभ्यार्थियों में से 6.35 लाख उपस्थित हुए ।कोविड-19 महामारी के कारण दो बार टालने के बाद इस परीक्षा का आयोजन एक से छह सितंबर के बीच हुआ।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ जेईई मेन्स का आयोजन साल में दो बार होता है। पिछली परीक्षा इस वर्ष जनवरी में हुई थी। सितंबर की परीक्षा में उपस्थित नहीं हुए अनेक छात्रों ने हो सकता है, जनवरी की परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन किया होगा और इसलिये इस बार परीक्षा में बैठने की जरूरत महसूस नहीं हुई होगी। हम उस संख्या का आकलन कर रहे हैं।’’ गौरतलब है कि पिछले वर्ष परीक्षा के जनवरी और अप्रैल संस्करण में उपस्थिति क्रमश: 94.11 और 94.15 प्रतिशत रही थी ।
मात्र 74 प्रतिशत छात्र ही दे सके जेईई मेन्स की परीक्षा
