अर्पिता मुखर्जी ने ईडी की पूछताछ में किया खुलासा
कोलकाता : स्कूल सेवा आयोग भर्ती घोटाले में उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी के साथ गिरफ्तार अर्पिता मुखर्जी ने, जिस के फ्लैट से 22 करोड़ से अधिक नकदी बरामद हुई है, पूछताछ में ईडी के समक्ष कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। अर्पिता मुखर्जी का कहना है कि पार्थ चटर्जी उसके घर को ’मिनी बैंक’ की तरह इस्तेमाल करते थे। अर्पिता ने बताया कि पार्थ चटर्जी उसके घर में ही पैसा रखा करते थे। सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान अर्पिता ने कहा है कि सारे पैसे पैक करके एक ही कमरे में रखे जाते थे। जिस कमरे में रुपये रखे जाते थे उसमें पार्थ और उनके करीबी लोग ही प्रवेश करते थे। मुखर्जी के अनुसार पार्थ चटर्जी सप्ताह या फिर 10 दिनों में एक बार उनके फ्लैट में आते थे। ईडी के सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
ईडी के सूत्रों ने एक और महिला का ऐंगल भी बताया है। उन्होंने कहा कि अर्पिता ने बताया कि मेरे घर के अलावा एक और महिला के मकान को पार्थ मिनी बैंक के तौर पर इस्तेमाल करते थे। दूसरी महिला भी पार्थ चटर्जी की ही करीबी दोस्त बताई जा रही है। अर्पिता ने कहा कि मंत्री ने कभी उसे यह नहीं बताया था कि कमरे में कितनी रकम रखी गई है। अर्पिता ने बताया कि एक बंगाली ऐक्टर ने उनका परिचय पार्थ चटर्जी से कराया था। यह मुलाकात 2016 में हुई थी और तब से ही दोनों एक-दूसरे के करीब थे। अर्पिता ने पूछताछ के दौरान यह भी स्वीकार कर लिया है कि यह रकम ट्रांसफर पोस्टिंग के एवज में ली गई घूस और कॉलेजों को मान्यता दिलाने के एवज में लिए पैसे से जुटी थी।
वहीं ईडी के इस दावे को अर्पिता मुखर्जी के वकीलों की ओर से चुनौती दी जा सकती है। वकीलों का कहना है कि ईडी की ओर से जांच की डिटेल को मीडिया से लीक किया जा रहा है, जो गलत है। इसके साथ ही वकीलों की ओर से केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दर्ज केसों में लोगों के दोषी पाए जाने की कम दर का भी सवाल उठाया जा सकता है।