नई दिल्लीः मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर आगे बढ़ते हुए बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए ट्रस्ट का गठन कर दिया। पीएम मोदी ने संसद में अपनी सरकार के इस फैसले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राम की जन्मभूमि में भव्य और दिव्य मंदिर बनेगा। उन्होंने इसके लिए अपनी सरकार का विस्तृत प्लान भी सामने रखा। जानिए क्या है इस प्लान की मुख्य बाते
क्या होगा ट्रस्ट का नाम ?
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक एक स्वायत्त ट्रस्ट- श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का गठन का प्रस्ताव पारित किया गया है। ट्रस्ट अयोध्या में भगवान राम की जन्मस्थली पर भव्य और दिव्य राम मंदिर के निर्माण और उससे जुड़े विषयों पर फैसले लेगा।
मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन का क्या होगा?
मोदी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक गहन विचार-विमर्श और संवाद के बाद 5 एकड़ जमीन सुननी वक्फ बोर्ड को देने का अनुरोध यूपी सरकार से किया गया था। राज्य सरकार ने अपनी सहमति दे दी है।
राम मंदिर ट्रस्ट को क्या मिलेगा ?
राम मंदिर के निर्माण और भविष्य में आने वाले श्रद्धालुओं के मद्देनजर अयोध्या कानून के तहत अधिग्रहीत सारी जमीन जो 67.703 एकड़ है, इसमें भीतरी और बाहरी आंगन शामिल है, उसे नवगठित ट्रस्ट को ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
ट्रस्ट में होंगे 15 ट्रस्टी, एक दलीत समाज से
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर बताया कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी होंगे जिसमें से एक ट्रस्टी हमेशा दलित समाज से रहेगा। सामाजिक सौहार्द को मजबूत करने वाले ऐसे अभूतपूर्व निर्णय के लिए मैं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को अनेक अनेक बधाई देता हूँ।