पूरे कृषि व्यापार को अपने दो मित्रों के हवाले करना चाहते हैं प्रधानमंत्री मोदी : राहुल गांधी

जयपुर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर शनिवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह देश की चालीस प्रतिशत जनता के कृषि व्यापार को अपने दो मित्रों के हवाले करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि इन कानूनों के जरिए देश की रीढ़ को तोड़ा जा रहा है और प्रधानमंत्री मोदी ने कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे लोगों को ‘आंदोलनजीवी’ कहकर उनका अपमान किया है।
राजस्थान के दो दिन के दौरे पर आए गांधी ने शनिवार को रूपनगढ़ और मकराना में किसान महापंचायतों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने लोकदेवता वीर तेजाजी के मंदिर में धोक लगाई। उन्होंने ट्रैक्टर भी चलाया और ऊंट गाड़ी पर चढ़कर लोगों का अभिवादन किया।
कृषि को देश और दुनिया का सबसे बड़ा व्यापार बताते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री इसे देश की 40 प्रतिशत जनता से छीनकर दो-तीन उद्योगपतियों को देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कृषि दुनिया का सबसे बड़ा व्यापार है। नरेन्द्र मोदी यह कानून इसलिए लाए हैं ताकि वह इस व्यापार को हिंदुस्तान की 40 प्रतिशत आबादी से छीन कर हिंदुस्तान के दो-तीन सबसे बड़े उद्योगपतियों के हाथ में दे सके। यही इन तीन कानूनों का लक्ष्य है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ये कृषि क्षेत्र हिंदुस्तान की जनता को रोजगार देता है। इसके बिना हिंदुस्तान रोजगार पैदा नहीं कर पाएगा। जो आपका है, उसे प्रधानमंत्री मोदी दो लोगों को दे रहे हैं। युवाओं का भविष्य उनसे छीना जा रहा है। हिंदुस्तान की रीढ़ की हड्डी को आपकी आंखों के सामने तोड़ा जा रहा है।’’
गांधी ने कहा, ‘‘यह नयी बात नहीं है। इसकी शुरुआत मोदी ने नोटबंदी से की। आपकी जेब से पैसा निकालकर उन्हीं दो-तीन उद्योगपतियों को दिया। इसके बाद जीएसटी, गब्बर सिंह टैक्स … रास्ता साफ किया जा रहा है। किसानों को, मजदूरों को, व्यापारियों को, छोटे कारोबारियों को परे किया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कहा कि कोरोना से किसानों, मजदूरों और गरीबों को भयानक चोट लगने वाली है। प्रेस वालों ने मेरा मजाक उड़ाया था। प्रेस वाले कहते हैं कि ये किसान नहीं है। ये देशद्राही हैं ….नरेन्द्र मोदी संसद में उनको ‘आंदोलनजीवी’ कहते हैं, उनका अपमान करते हैं उनका मजाक उड़ाते हैं।’’
गांधी ने कहा, ‘‘उन्होंने आंदोलन के दौरान शहीद हुए 200 किसानों के लिए दो मिनट का मौन रखने को कहा तो भाजपा का एक भी सांसद, मंत्री खड़ा नहीं हुआ। दुनिया के सामने इन लोगों ने किसान का मजाक किया। मैं अध्यक्ष को लिखकर दूंगा कि राज्यसभा और लोकसभा दोनों के सदस्यों को शहीद किसानों के लिए मौन रखना चाहिए। मुझे पूरा भरोसा है कि अध्यक्ष लोकसभा के सदस्यों को दो मिनट का मौन रखने को कहेंगे।’’
उन्होंने कहा कि किसानों के लिए दो मिनट का मौन रखकर उन्होंने ‘‘कोई गलती नहीं की। अगर गलती की तो यह फिर से करूंगा और करता जाऊंगा।’’

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