हावड़ा : गणतंत्र दिवस पर पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रविवार को पुलिसकर्मियों और भाजपा युवा विंग के कार्यकर्ताओं के बीच अनबन होने के बाद पुलिस ने उन्हें भारत माता की पूजा करने से रोक दिया। भारत माता पूजन को लेकर दिनभर बवाल चलता रहा। जानकारी के अनुसार भारतीय जनता युवा मोर्चा ने गत 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन के उपलक्ष में बेंटरा थाने के पास भारत माता पूजन का कार्यक्रम रखा था जिसे पुलिस ने जबर्दस्ती रोक दिया। इससे नाराज होकर भाजपा युवा मोर्चा ने गणतंत्र दिवस के दिन हावड़ा जिले के सभी थानों के सामने भारत माता पूजन करने का ऐलान किया तथा इस संबंध में युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह ने विधिवत सभी थानों को इस संबंध में सूचना भी दे दी थी।
भाजपा के आयोजन में बाधा डालने का आरोप
गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रत्येक थाने के समक्ष ‘भारत माता’ की पूजा करने की भाजपा की योजना को लेकर पुलिस पर गतिरोध उत्पन्न करने का आरोप भाजपा ने लगाया है।पार्टी का कहना है कि 26 जनवरी के दिन पार्टी की ओर से शहर के तमाम थानों के समक्ष भारत माता की प्रतिमा रखकर पूजा-अर्चना करने की योजना थी। इस संबंध में तमाम थानों को चिट्ठी भेजकर अनुमति मांगी गई थी। आरोप है कि इस मामले में पुलिस प्रशासन की ओर से सहयोग करने के स्थान पर इस कार्यक्रम को रोकने की कोशिश की गयी। भाजपा नेताओं का कहना है कि पुलिस की ओर से प्रतिमा बनाने वाले को चेतावनी दी गई है कि वह प्रतिमा की आपूर्ति ना करे। साथ ही भाजपा नेताओं को हावड़ा जिले के सभी थानों की ओर से उनको व्यक्तिगत रूप से कागजात लेकर हाजिर होने का नोटिस भेजा गया और नोटिस में लिखा गया कि यदि वे समय पर नहीं आते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाई होगी। 26 जनवरी के दिन सुबह 11 बजे के लगभग जब युवा मोर्चा के कार्यकर्ता अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार गोलाबाड़ी थाने की ओर बढ़ रहे थे तभी थाने से 50 मीटर की दूरी पर भारी संख्या बल में तैनात पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की जिसके बाद युवा मोर्चा और पुलिस वालों में जमकर झड़प हुई। इसके बाद कार्रवाही के तहत पुलिस ने युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। यही माहौल बाली, लिलुआ बेलूड़, चटर्जीहाट, हावड़ा, बी. गार्डन, दासनगर समेत सभी थानों को मिलाकर पहुंचे 350 से ज्यादा भाजपाइयों को भारत माता पूजा करने के गुनाह में गिरफ्तार किया गया। इस बाबत जिला भाजयुमो के अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि यह पुलिस का अलोकतांत्रिक चेहरा है।