नयी दिल्ली, 24 मार्च (भाषा) कोरोना वायरस खतरे के कारण राजधानी में लॉकडाउन के बीच दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन पर बैठे लोगों को मंगलवार सुबह वहां से हटा दिया।पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पूर्व) आर पी मीणा ने बताया कि छह महिलाओं समेत कुल नौ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर पास के थाने ले जाया गया।
सीएए के खिलाफ प्रदर्शनकारी, खासकर महिलाएं तीन माह से भी ज्यादा वक्त से शाहीन बाग में धरने पर बैठे थे। मीणा ने कहा कि कोरोना वायरस प्रकोप के कारण लॉकडाउन (बंद) लागू किए जाने के बाद शाहीन बाग में प्रदर्शन स्थल को खाली करने का अनुरोध किया गया था।अधिकारी के अनुसार जब प्रदर्शनकारियों ने जगह खाली नहीं की तो कार्रवाई की गई।
जिस समय प्रदर्शन स्थल को खाली कराया गया, उस समय वहां करीब 50 प्रदर्शनकारी थे।प्रदर्शन स्थल पर एक कार्यकर्ता ने नाम जाहिर नहीं किये जाने का अनुरोध करते हुए कहा ‘‘पुलिस की अपील के बाद अधिकतर प्रदर्शनकारियों ने वह जगह खाली कर दी लेकिन कुछ ने जाने से मना कर दिया। तब पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
’’कार्यकर्ता ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर बने हालात के काबू में आने के बाद प्रदर्शन फिर से शुरू करने के बारे में फैसला किया जाएगा।रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ के दौरान शाहीन बाग में केवल पांच महिलाएं थीं वहीं अन्य लोग उनके साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए अपनी चप्पलें छोड़ गये थे।कार्यकर्ता ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे के बीच प्रदर्शनकारी महिलाएं पूरी सावधानी बरत रही हैं और यहां सेनेटाइजर की व्यवस्था की गयी है।इस बीच दक्षिण दिल्ली के हौज रानी में भी मंगलवार सुबह दिल्ली पुलिस की अपील के बाद प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया है।पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि प्रदर्शन स्थल को सुबह करीब सात बजे खाली करा लिया गया।
उन्होंने कहा कि सीएए के खिलाफ यहां केवल दो-तीन प्रदर्शनकारी धरने पर बैठे थे और हमारी अपील के बाद वे वहां से चले गये।