-दीदी के बोलो कैंपेन को मिल रही सफलता
-नेताओं तक पहुंचे प्रशांत की टीम के फोन काल्स
कोलकाता : आम तौर पर तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की छवि फॉयर ब्रांड की रही है। भले ही वे कांग्रेस में रहीं या कांग्रेस से अलग पार्टी बना कर। कोलकाता से दिल्ली तक भारत की राजनीति में उनकी छवि हमेशा ही आक्रामक नेता की रही है। लेकिन चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब फॉयर ब्रांड ममता को कूल ब्रांड ममता के तौर पर चमकाने की कोशिश कर रहे हैं। और एक सप्ताह पहले शुरू दीदी के बलो कैंपेन के माध्यम से इसमें काफी सफलता भी मिल रही है। अब तक यह धारणा रही है कि ममता केवल अपने मन की करतीं हैं तथा वे दूसरे के परामर्श या सुझान को महत्व नहीं देतीं हैं। लेकिन दीदी के बोलो कैंपेन के माध्यम से स्पष्ट संकेत देने की कोशिश हो रही है कि अगर जनता की शिकायत व सुझाव सही है तो ममता उसे सहर्ष स्वीकार करेंगीं। इस बीच दीदी के बोलो कैंपेन पर नजर रख रही प्रशांत की टीम के फोन कॉल्स तृणमूल नेताओं तक पहुंच रहे हैं। खबर तो यहां तक है कि एक नेता के पास स्वयं प्रशांत ने फोन कर कैंपेन के बारे में जानकारी प्राप्त की है।
दीदी के बोलो कैंपेन प्रशांत के दिमाग की देन है। और उन्होंने ममता के पिछले 3 दशकों के राजनीतिक सफर व आंदोलनों का विश्लेषण करने के बाद वे इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि मुख्रमंत्री ममता बनर्जी की छवि निर्भीक और विरोधिरों के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तिरार करने वाली नेता की रही है। लेकिन भविष्र में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो का रुख नर्म दिखाई देे तो चौंकने वाली बात नहीं होगी। इस बड़े बदलाव की रूपरेखा चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भाजपा का मुकाबला करने के लिए तैरार की है। प्रशांत की टीम का विश्लेषण है कि जय श्रीराम नारा सुन कर गाड़ी से उतरने व नारा देने वालों को कड़े शब्दों में जवाब देना, लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को काफी भारी पड़ा है। इससे ममता को बचना चाहिए?थे। ऐसे में जब भाजपा ने 2021 विधानसभा चुनाव में ममता के मजबूत किले में बड़ी सेंध लगाने की तैरारी कर ली है और इस तैयारी की देखरेख स्वयं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह कर रहे हैं, प्रशांत ने ममता के कूल कैंपेन के माध्यम से भाजपा को जवाब देने की रणनीति बनाई है।
इस बीच खबर है कि शुक्रवार को स्वयं प्रशांत किशोर ने ग्वालतोड़ के ब्लॉक अध्यक्ष भाष्कर चक्रवर्ती को फोन कर टूटे-फूटे बांग्ला में कहा था कि वे प्रशांत किशोर बोल रहे हैं। उन्होंने दीदी के बोलो कैंपेन के बारे में उनसे बात की। इसी तरह तृणमूल के कई नेताओं तक भी प्रशांत की टीम के सदस्यों के फोन कॉल्स पहुंच रहे हैं। सभी केवल दीदी के बोलो कैंपेन को सफल बनाने के लिए तत्काल प्रत्रकार वार्ता करने के साथ जनसंपर्क पर जोर देने की बात कर रहे हैं। तृणमूल के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि प्रशांत किशोर की मदद से हमें उम्मीद है कि पार्टी विधानसभा में पुरानी सफलता दोहराएगी। अगर आपको संगठित और विचारधारा से संचालित भाजपा का मुकाबला करना है तो आपको मजबूत वैचारिक घेराबंदी रा संगठित ढांचे की जरुरत होगी। प्रशांत किशोर रह ढांचा मुहैरा करा रहे हैं। एक वरिष्ठ तृणमूल नेता ने कहा कि रणनीति के तहत ममता और अन्र तृणमूल नेता नपी-तुली भाषा में बोल रहे हैं और विरोधिरों पर हमला करने एवं विवादित मुद्दों पर प्रतिक्रिरा देने में संरम बरत रहे हैं। राजनीतिक विरोधिरों को कार्रक्रम करने की इजाजत दी जाएगी ताकि रह संदेश जाए कि तृणमूल लोकतांत्रिक मूल्रों पर भरोसा करती है। तृणमूल नेता ने कहा कि रह फैसला किरा गरा है कि अब तृणमूल कांग्रेस न तो कांग्रेस व माकपा के निर्वाचित जनप्रतिनिधिरों की खरीद-फरोख्त और न ही उन्हें जबरन पार्टी में शामिल कराने की कोशिश करेगी और न ही किसी के प्रति कोई गंभीर संवेनशील टिप्पणी करेगी।