कोलकाता : चक्रवात अम्फान के बाद कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों में सब्जियों की कीमतें आसमान पर पहुंच गयी है।तूफानी बारिश से उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिले और अन्य क्षेत्रों में सब्जियों के खेत जलमग्न हैं और आपूर्ति प्रभावित हुई है।
सब्जी विक्रेताओं ने कहा कि चक्रवात से आपूर्ति प्रभावित हुई है।ज्यादा तर शाक-सब्जियों के के भाव 20 से 30 प्रतिशत तेज हो गए हैं। कहा जा रहा है कि अभी भाव और चढ़ेंगे।
अंशधारकों की आशंका है कि सब्जी की आपूर्ति की स्थिति आने वाले दिनों में और खराब होने की संभावना है।
कोलकाता में ताजा शाक-सब्सियों की आवक मुख्यत: बशीरहाट उप-मंडल उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिलों के बशीरहाट उप-मंडल और बोंगांव इलाकों से होती है। इन स्थानों पर समुद्री तूफान में भारी नुकसान हुआ है।
पश्चिम बंगाल वेंडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल पांडे ने कहा, ‘‘बशीरहाट उप-डिवीजन में खेतोंमेंलगी90 प्रतिशत सब्जी तूफान के बाद डूबने से नष्ट हो गयी है।’’
हुगली जिले के सिंगूर के किसानों ने भी चक्रवातके कारण 80 प्रतिशत सब्जियों के नुकसान की सूचना दी है।
सूत्रों ने कहा कि स्थिति का फायदा उठाते हुए कुछ व्यापारियों ने जमाखोरी शुरू कर दी है।
धान के खेतों में भी व्यापक नुकसान की खबरें हैं।
स्थिति का फायदा उठाते हुए पोल्ट्री मांस विक्रेताओं ने कीमतेंबढ़ादीहै।
एक नाराज उपभोक्ता ने कहा, ‘‘पोल्ट्री विक्रेताओं ने कीमत में 150 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है, लेकिन प्रशासन चुप है।’’
स्थिति पर टिप्पणियों के लिए किसी भी सरकारी अधिकारी से संपर्क नहीं किया जा सका।
‘अम्फान’ ने बुधवार को प्रदेश के छह जिलों में भारी तबाही मचाई जिसमें 85 लोगों की मौत हो गई और लाखों मकान तहस नहस हो गये। इस तूफान के कारण हजारों पेड़ उखड़ गये और निचले इलाकों में पानी भर गया।
पश्चिम बंगाल ने जून 2019 खरीफ सत्र में बंगला फसल बीमा योजना शुरु किया था और केन्द्र की प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना को लागू करना बंद कर दिया था। राज्य सरकार ने भारतीय कृषि बीमा कंपनी (एआईसी) के साथ मिलकर फसल बीमा योजना की घोषणा की थी। फसल बीमा योजना किसानों के लिए मुफ्त है और राज्य सरकार पूरा का पूरा प्रीमियम चुकाती है।
तूफान से पश्चिम बंगाल में सब्जियों की कीमतें आसमान पर
