अपनी पार्टी के ही कार्यकर्ताओं के खिलाफ विधायक का आक्रमक तेवर
हावड़ा,समाज्ञा : “वे (तृणमूल का एक वर्ग) प्रधानमंत्री को भी एक बाहरी व्यक्ति कहते हैं। वे नहीं जानते कि प्रधानमंत्री हमारे परिवार के प्रमुख है। जब कोई दूसरे राज्य से आता है, तो उसे भी बाहरी व्यक्ति कहा जाता है। कोई स्वीकार ही नहीं करना चाहता कि भारत एक देश है। जब प्रधानमंत्री को बाहरी व्यक्ति कहा जा रहा है, तो मैं कोई अपवाद नहीं हूं!” बाहरी बोले जाने पर बाली की विधायक वैशाली डालमिया ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पर आक्रमक तेवर अपनाते हुए हमला बोला। वहीं 2021 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले, वैशाली की इस टिप्पणी से राजनीतिक गलियारें में अफवाहों का बाजार गरम हो गया।
विधानसभा चुनाव से पहले पहले सत्ताधारी तृणमूण पार्टी में एक के बाद एक विवाद सामने आ रहे हैं। पार्टी का एक विधायक पहले ही भाजपा में शामिल हो चुका है। कई विधायकों ने पार्टी के खिलाफ खुलकर बात की है। कई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वे प्रशांत किशोर के तरीकों को मानने के लिए बाध्य नहीं हैं। कई जगहों पर इस चुनाव में स्थानीय उम्मीदवार बनाने को लेकर पोस्टर लग रहे हैं। इसी तरह हावड़ की राजनीति में भी कई विवाद सामने आ रहे हैं। गत कुछ दिन पहले बाली के पूर्व स्थानीय पार्षद तफजील अहमद ने बाली की विधायक वैशाली डालमिया के खिलाफ बाहरी, भ्रष्टाचार समेत कई आरोप लगाते हुए एक वीडियो पोस्ट किया था। तब वैशाली डालमिया ने भी जवाबी वीडियो पोस्ट किया था। वीडियो मामले के बाद गत दो दिन पहले यानी मंगलवार को, बाली क्षेत्र के बदमतल्ला चौराहे पर पोस्टर लगाए गए थे। उस पोस्टर पर पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी को संबोधित करके लिखा गया था, आगामी विधानसभा चुनाव में बाली विधानसभा क्षेत्र से किसी बाहरी को नहीं, बल्कि स्थानीय को उम्मीदवार बनाया जाये। बैनर के नीचे बाली तृणमूल सक्रिय कर्मी वृंद लिखा हुआ है। एक ही बैनर में हिंदी, बांग्ला व उर्दू भाषा में उक्त बातें लिखी गयी। बाली विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में ये सारे बैनर लगाये गये। बैनर किसने लगाया, इसका जबाव किसी के पास नहीं है, लेकिन इस बैनर ने बाली में तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच कलह फिर से उजागर हो गया। हालांकि, विधायक ने उस दिन पोस्टर को महत्व देने से इनकार कर दिया। वहीं अब इसके ठीक दो दिन बाद, बाली विधायक वैशाली डालमिया ने उस बारे में टिप्पणी की है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ आक्रमक तेवर अपनाते हुए स्पष्ट किया कि वह बाहरी व्यक्ति नहीं है। बाली में उनका अपना घर और संपत्ति हैं। तृणमूल विधायक वैशाली डालमिया ने आगे कहा, “वे वे (तृणमूल का एक वर्ग) अक्सर हमारे प्रधानमंत्री को एक बाहरी व्यक्ति कहते हैं। इस राज्य में कोई बाहर से आता है, उसे बाहरी कहा जाता है। प्रधानमंत्री हमारे परिवार के मुखिया हैं, फिर भी उन्हें बाहरी व्यक्ति कहा जा रहा है। मैं तो फिर भी समान्य इंसान हूं।”