वीडियो संदेश के माध्यम से पार्थ चटर्जी ने किया आवेदन
कोलकाता, समाज्ञा : एक तरफ राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने के कारण आर्थिक मंदी जैसी परिस्थिति उत्पन्न हो गई है, वहीं दूसरी तरफ इस परिस्थिति में भी कुछ निजी स्कूलों की फीस में वृद्धि की खबरें सामने आई है। बुधवार की रात को एक वीडियो संदेश के माध्यम से राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने आवेदन किया कि निजी स्कूल वर्तमान परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए फीस में वृद्धि ना करें या जिन्होंने वृद्धि की है वह इस बारे में पुनर्विचार करें। उन्होंने आवेदन किया कि यदि कोई अभिभावक आर्थिक अभाव के कारण समय पर स्कूल की फीस जमा नहीं कर पाता है तो उसे अतिरिक्त शुल्क ना वसूला जाए। अपने वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि कोविड-19 से लड़ने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य सरकार लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास कुछ अभिभावकों ने शिकायतें दर्ज करवाई है कि इस परिस्थिति में भी कुछ निजी स्कूलों ने ट्यूशन फीस में वृद्धि की है। इस परिप्रेक्ष्य में मैं राज्य सरकार और शिक्षा विभाग की तरफ से गैर सरकारी स्कूलों से परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए स्कूल प्रबंधन से फीस में वृद्धि नहीं करने का आवेदन करता हूं। साथ ही जो लोग आर्थिक कारणों से समय पर स्कूल की फीस जमा नहीं कर पा रहे हैं, उनकी परिस्थिति के बारे में भी मानवीक दृष्टिकोण से पुनर्विचार करने का निवेदन करता हूं। गौरतलब है कि हाल ही में साउथ पॉइंट समेत कई निजी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों ने आरोप लगाया था कि स्कूल की तरफ से बिना किसी पूर्व सूचना के फीस में अचानक से वृद्धि कर दी गई है। अभिभावकों ने नासिर स्कूल के सामने विरोध प्रदर्शन किया था बल्कि कई स्थानों पर पथावरोध भी किया गया था