नयी दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर बृहस्पतिवार को सरकार पर निशाना साधा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि ‘न्यूनतम आय योजना’ (न्याय) की तर्ज पर गरीबों के खाते में पैसे डालने, छोटे एवं मझोले कारोबारों की मदद करने और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों का ‘निजीकरण’ बंद करने का कदम उठाया जाए।
रोजगार की मांग को लेकर चलाए गए ‘स्पीक अप फॉर जॉब’ अभियान के तहत वीडियो जारी कर उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर बोलना चाहिए क्योंकि देश का युवा उनकी तरफ देख रहा है।गांधी ने कहा कि देश की हालत आपसे (युवा) बेहतर कौन जानता है। आप हिंदुस्तान के भविष्य हो और आपको भविष्य आज दिख रहा है। कोरोना आने से पहले मैंने कहा था कि तूफान आने वाला है। फरवरी में कहा था, तैयारी कीजिए। सरकार ने मेरा मजाक उड़ाया।
उन्होंने कहा कि जब तूफान आया, मैंने फिर सुझाव दिया कि युवाओं के भविष्य के लिए कि हर गरीब व्यक्ति के बैंक अकाउंट में ‘न्याय’ योजना की तरह सीधा पैसा डालिए। मैंने कहा कि हमारी रीढ़ की हड्डी छोटे एवं मझोले उद्योगों की रक्षा कीजिए, उनकी मदद कीजिए। तीसरी बात यह थी कि सामरिक रूप से महत्वपूर्ण उद्योगों को संभाला जाए और उनकी रक्षा की जाए। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि सरकार ने कुछ नहीं किया, बल्कि 15-20 बड़े उद्योगपतियों के कर्ज माफ कर दिए।
उन्होंने कहा कि आज मैं प्रधानमंत्री जी से कहना चाहता हूं कि हिंदुस्तान का युवा आपकी ओर देख रहा है। आपने हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया, आपने इनका भविष्य बिगाड़ दिया, आज भी आप तीन काम कर सकते हैं। गरीब लोगों के बैंक अकाउंट में सीधा पैसा डालिए, छोटे एवं मध्यम उद्योगों को पैसा दीजिए और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों का निजीकरण बंद करिए।
राहुल गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साधा
