गुवाहाटी: कांग्रेस के स्थापना दिवस के मौके पर शनिवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला। गुवाहाटी में राहुल ने केंद्र सरकार और आरएसएस पर तीखा तंज किया। उन्होंने कहा कि असम को नागपुर और आरएसएस के चड्डीवाले नहीं चलाएंगे। इसे असम की जनता चलाएगी। राहुल ने सीएए विरोधी प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए कहा कि देश में एक बार फिर नोटबंदी जैसा माहौल हो गया है। वहीं, लखनऊ में प्रियंका गांधी ने सीएए के मुद्दे पर मोदी सरकार को कायर करार दिया।
गुवाहाटी में राहुल गांधी ने कहा, ‘यह सब माहौल क्यों है? मैं बताता हूं…इसलिए कि इनका (बीजेपी सरकार) लक्ष्य है कि असम की जनता को लड़ाओ…हिंदुस्तान की जनता को लड़ाओ। ये जहां भी जाते हैं वहां सिर्फ नफरत ही फैलाते हैं। लेकिन असम नफरत से आगे नहींं बढ़ेगा। गुस्से से आगे नहीं बढ़ेगा। यह प्यार से आगे बढ़ेगा।’
‘आपकी आवाज को कुचलना चाहते हैं’
केंद्र पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा, ‘पीएम मोदी ने नोटबंदी, जीएसटी को लाकर अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया। भारत माता को चोट पहुंचाई। उनका काम सिर्फ नफरत फैलाना है। पीएम मोदी बताएं कितने लोगों को रोजगार दिया। हमारे युवा भटक रहे हैं। अब असम में युवा प्रदर्शन कर रहे हैं। पूरे देश में यही माहौल। उन्हें गोली मारी जा रही है। जनता की आवाज को बीजेपी सुनना नहीं चाहती। आपकी आवाज से डरते हैं, कुचलना चाहते हैं। युवाओं को मारना चाहते हैं।’
‘गरीब का पैसा पूंजीपतियों के हवाले किया’
राहुल ने आगे कहा, ‘पीएम मोदी ने नोटबंदी को काले धन के खिलाफ लड़ाई बताया। आपको लाइन में खड़ा किया और 3 लाख 50 हजार करोड़ रुपये 15-20 पूंजीपतियों के हवाले कर दिए। उनका करोड़ों का कर्ज माफ किया, किसानों का कितना कर्ज माफ किया बताएं।’
हमसब को एक होना होगा: राहुल गांधी
असम के लोगों से एक होने की अपील करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘आप सबको एक होना होगा। बीजेपी नेताओं को बताना पड़ेगा कि आप हमारी संस्कृति, हमारे इतिहास पर आक्रमण नहीं कर सकते। हम सब एक हैं और साथ मिलकर रहेंगे। हमारे बीच वे नफरत पैदा नहीं कर पाएंगे।’
कायर है मोदी सरकार: प्रियंका गांधी
उधर, लखनऊ में पार्टी के 135वें स्थापना दिवस पर प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा। प्रियंका गांधी ने कहा कि मोदी सरकार कायर है और यह देश उसकी कायरता को पहचान रहा है। एनआरसी और सीएए के मुद्दे पर प्रियंका गांधी ने कहा कि जब जनता ने आवाज उठाई तो ये पीछे हटने लगे। यह कायर की पहचान है।