रेलवे ने तृणमूल कांग्रेस को दिल्ली जाने के लिए विशेष ट्रेन देने से किया इनकार , केंद्र पर साधा निशाना

कोलकाता : बंगाल का बकाया मनरेगा फंड को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ दो-तीन अक्टूबर को दिल्ली में निर्धारित तृणमूल कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए वहां जाने को पार्टी द्वारा बुक कराई गई विशेष ट्रेन को रेलवे ने आखिरी वक्त में देने से इन्कार कर दिया है। तृणमूल के सभी सांसदों, विधायकों व जिलों के नेता राज्य के विभिन्न हिस्सों से कोलकाता में जुटे लगभग 4,000 मनरेगा जाब कार्ड धारकों के साथ विशेष ट्रेन से हावड़ा स्टेशन से शनिवार सुबह आठ बजे रवाना होने वाले थे। लेकिन, उससे करीब 14 घंटे पहले शुक्रवार शाम में पार्टी को पता चला कि दिल्ली के लिए विशेष ट्रेन को मंजूरी नहीं मिली है। नतीजतन, दिल्ली जाने वाली ‘तृणमूल एक्सप्रेसÓ अब नहीं जा रही है। पूर्व रेलवे ने शुक्रवार को आइआरसीटीसी को पत्र भेजकर स्पष्ट कहा है कि 30 सितंबर के लिए उसके द्वारा मांगी गई कोचों के अनुरूप एक विशेष ट्रेन उपलब्ध कराना संभव नहीं है, क्योंकि फिलहाल उक्त रेक उपलब्ध नहीं हैं।
तृणमूल ने आइआरसीटीसी के माध्यम से 22 कोचों की एक पूरी विशेष ट्रेन बुक कराई थी। इधर, ट्रेन देने से रेलवे के इन्कार के बाद तृणमूल ने केंद्र व भाजपा पर जोरदार हमला बोला है। तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने इसके पीछे केंद्र का हाथ बताते हुए कहा कि यह निर्णय राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से किया गया है। उन्होंने कहा कि यह इस बात का प्रमाण है कि भाजपा तृणमूल से डरती है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह सब करके तृणमूल को दिल्ली जाने से रोका नहीं जा सकता है। पार्टी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर भी लिखा- हमें रोकने का एक और दयनीय प्रयास। हालांकि उनकी कुटिल रणनीतियों के बावजूद हमारी प्रतिबद्धता को वह नहीं रोक पाएगी। बंगाल के गरीबों के न्याय के लिए हमारी लड़ाई हर हाल में दिल्ली तक पहुंचेगी।

दो माध्यमों से होता है पूरी ट्रेन बुक

बता दें कि रेलवे से पूरी ट्रेन किराये पर लेने के दो माध्यम हैं। एक तरीका सीधे रेलवे के पास आवेदन। दूसरा तरीका रेलवे के अंतर्गत आने वाले आइआरसीटीसी के माध्यम से बुक होता है, जिसमें आइआरसीटीसी के समूह महाप्रबंधक के पास आवेदन करना होता है। आइआरसीटीसी रेलवे से विशेष ट्रेनों की व्यवस्था करता है। तृणमूल सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने 50 लाख रुपये का किराया और 11 लाख रुपये सिक्योरिटी मनी जमा कर विशेष ट्रेन के लिए आइआरसीटीसी को आवेदन दिया। पैंट्री के साथ 22 स्लीपर डिब्बों के लिए अनुरोध किया गया था। तृणमूल को यकीन था कि ट्रेन उपलब्ध होगी और हावड़ा से दिल्ली के लिए समय पर रवाना होगी, क्योंकि विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में मनरेगा लाभार्थी भी यहां जुट चुके हैं। लेकिन मौजूदा स्थिति में कोई ट्रेन उपलब्ध नहीं है।
रेलवे के मुताबिक उसे इस बारे में कुछ भी पता नहीं था। पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने कहा कि आइआरसीटीसी ने हमसे विशेष ट्रेन के लिए कहा, लेकिन अनुरोध के अनुरूप कोचों वाली ट्रेन उपलब्ध कराना हमारे लिए फिलहाल संभव नहीं है। हमने आइआरसीटीसी को यह बता दिया है।

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