नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के रीयल एस्टेट समूह ने 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय की बात स्वीकार की है। आयकर विभाग के हाल के छापे के बाद समूह ने यह बात स्वीकार की है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने सोमवार को यह जानकारी दी। हालांकि सीबीडीटी ने कंपनी की पहचान नहीं बतायी। वहीं आधिकारिक सूत्रों का दावा है कि यह ओरिएंटल इंडिया ग्रुप है।बयान के अनुसार पिछले सप्ताह समूह के 25 से अधिक परिसरों की तलाशी और जांच की गई। समूह बुनियादी ढांचा, खनन और रीयल एस्टेट से जुड़ा है।इसमें कहा गया है, ‘‘बही-खाते में 250 करोड़ रुपये से अधिक बेहिसाबी नकदी का ब्योरा मिला है। इसे जब्त किया गया है। समूह ने कई संपत्तियों के लेन-देन पर कर का भुगतान नहीं किया।’’
बयान के अनुसार, ‘‘बेहिसाबी 3.75 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गयी है। समूह ने 3,000 करोड़ रुपये की अघोषित आय की बात भी स्वीकार की तथा उस पर कर देने को सहमत हुआ है।’’
इसमें कहा गया है कि छापों के बाद 32 बैंक लॉकर भी सील किये गये हैं।’’
आयकर छापे बाद रीयल एस्टेट समूह ने 3,000 करोड़ रुपये के कालेधन की बात स्वीकारी
