क्रेताओं के बीच 1 मीटर की दूरी बनाये रखने के लिए खींचा ‘सुरक्षा रेखा’


कोरोना से बचाव : बाजारों और दवाई दुकानों पर लोगों की भीड़ नियंत्रित करने के लिए कोलकाता पुलिस ने उठाया कदम

पूरे महानगर में पुलिस ने चलाया अभियान

कोलकाता : अब 31 मार्च नहीं बल्कि 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा के बाद से ही लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। खाने-पीने की चीजों तथा दवाईयों की कमी की आशंका में लोग सोशल डिस्टेंशिंग यानी लोगों से दूरियां बनाने के अनुरोध को भूलकर बाजारों और दवाई दुकानों में भीड़ लगा रहे हैं। एक-दूसरे के संपर्क में आ रहे हैं। ऐसे में इन्हें रोकना बेहद मुश्किल है। बार-बार अनुरोध पर भी लोगों की भीड़ कम ना होती देख कोलकाता पुलिस की तरफ से एक कदम उठाया गया। कोलकाता पुलिस के पुलिस कमिश्‍नर अनुज शर्मा ने लोगों से एक-दूसरे से परस्पर दूरियां बनाने का अनुरोध किया है। उन्होंने बताया कि दुकानों और बाजारों में क्रेताओं के बीच दूरियां बनाये रखने के लिए सभी पुलिसकर्मियोंं को सुरक्षा रेखा खींचने का निर्देश दिया गया है। सीपी से निर्देश मिलने के बाद ही बुधवार को सभी थानों के अधिकारियों ने अपने-अपने इलाके के मोदीखाने, दवाई दुकानों तथा जरूरी चीजों के दुकानों के बाहर 1-1 मीटर की दूरी पर चॉक से सुरक्षा रेखा यानी घेरा बनाया दिया ताकि क्रेताओं के बीच 1 मीटर की दूरी बनी रहे और कोई भी एक-दूसरे के नजदीक ना आये। ऐसा करने से कोरोना वायरस के संक्रमण का डर कम रहेगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है जरूरी चीजों की खरीद-बिक्री, बाजार और मोदीखाने लॉकडाउन के अंतर्गत नहीं आते हैं । इसके अलावा लोगों को जरूरत की चीजें व दवाई खरीदने के लिए रोका नहीं जा सकता है। लोग अभी भी इतने आतंकित है कि वे जरूरत से ज्यादा सामान खरीदकर इकट्ठा कर रहे हैं और इसके कारण बाजारों तथा दुकानों में लाइन लग गयी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बार-बार लोगों से दूरियां बनाकर रखने का अनुरोध कर रही है। उनके अनुरोध को भी लोग तवज्जों नहीं दे रहे हैं और भीड़ लगाकर सामान खरीद रहे हैं। यहां तक कि बड़े-बड़े सुपरमार्केट के बाहर भी लोगों की लंबी कतारें और भीड़ देखने को मिल रही है। इससे साफ पता चल रहा है कि अनुरोध करने से ये मानने वाले नहीं है। इन्हें खाने-पीने की चीजों की खरीददारी से रोकना भी सही नहीं है। इस बाबत मुख्यमंत्री के निर्देश पर इलाकों में बाजारों, मोदी खानों और दवाई दुकानों के बार सुरक्षा रेखा बनाया गया है। उस सुरक्षा रेखा के भीतर ही लोग खड़े किये जा रहे हैं और अपनी-अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। ऐसा होने से एक क्रेता दूसरे क्रेता के संपर्क में नहीं आ रहा है। इस उपाय से सोशल डिस्टेंशिंग को कुछ हद तक पालन किया जा रहा है।

बेलियाघाटा आईडी के बाहर भी पुलिस खींच रही है लकीर

पुलिस ने बताया कि बेलियाघाटा आईडी के बाहर भी लोगों की लंबी कतारें देखी जा रही है। इस बाबत यहां भी पुलिस ने दो लोगों के बीच 1 मीटर की दूरी बनाते हुए जमीन पर चॉक से लकीर खींची ताकि लोग एक-दूसरे के संपर्क में ना आये। वहां आये लोगों ने पुलिस के इस पहल को सराहा।

राशन दुकान के बाहर माइकिंग कर पुलिस ने किया भीड़ को नियंत्रित

राशन दुकान हो या फेयर प्राइस शॉप, इनके बाहर भी पुलिस सुरक्षा रेखा खींच रही है। जहां पर सुरक्षा रेखा खींचना संभव नहीं है वहां पुलिस माइकिंग कर भीड़ को नियंत्रित किया। टेंगरा थानांतर्गत पुलिन खटीक रोड इलाके में राशन दुकान के बाहर लाइन को नियंत्रित करने के लिए पुलिस माइकिंग कर रही है। पुलिस माइकिंग के जरिए एक के बाद एक लोगों को दुकान के भीतर भेज रही है।

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