मुंबईः जनवरी के डेरिवेटिव अनुबंधों के समाप्त होने के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और इन्फोसिस जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट से बृहस्पतिवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 285 अंक टूट गया। तीस शेयरों वाले सेंसेक्स में कारोबार के दौरान 550 अंक का उतार-चढ़ाव आया। अंत में यह 284.84 अंक या 0.69 प्रतिशत के नुकसान से 40,913.82 अंक पर बंद हुआ। यह 40,829.91 अंक के निचले स्तर तक गया। इसने 41,380.14 अंक का उच्चस्तर भी छुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 93.70 अंक या 0.77 प्रतिशत के नुकसान से 12,035 अंक पर बंद हुआ।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर सबसे अधिक प्रतिशत नीचे आया
सेंसेक्स की कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर सबसे अधिक 2.62 प्रतिशत नीचे आया। नेस्ले इंडिया, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एसबीआई के शेयर भी नुकसान में रहे।वहीं दूसरी ओर बजाज आटो, पावरग्रिड, आईसीआईसीआई बैंक, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, एचडीएफसी, एलएंडटी और मारुति के शेयर लाभ में रहे।
विश्लेषकों ने कहा कि जनवरी के वायदा एवं विकल्प अनुबंधों के निपटान से पहले बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहा।उन्होंने कहा कि अन्य एशियाई बाजारों में कमजोरी तथा वैश्विक अर्थव्यवस्था पर चीन के कोरोना वायरस से पड़ने वाले प्रभाव को लेकर यहां भी धारणा कमजोर हुई। हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। चीन के बाजार में अवकाश था।शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार भी नकारात्मक रुख के साथ खुले।ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 1.63 प्रतिशत के नुकसान से 57.97 डॉलर प्रति बैरल पर था।