शास्त्री 2021 तक बने रहेंगे भारतीय टीम के मुख्य कोच

मुंबई ; रवि शास्त्री को शुक्रवार को कपिल देव की अगुवाई वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने फिर से भारतीय टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया। सीएसी की सर्वसम्मत राय थी कि मौजूदा कोच का ‘संवाद कौशल और टीम से जुड़े मुद्दों की समझ’ अन्य से बेहतर है।
कप्तान विराट कोहली ने शास्त्री को फिर से कोच बनाये जाने का खुलकर समर्थन किया था जिससे यह फैसला तय माना जा रहा था। शास्त्री को दो साल के लिये कोच नियुक्त किया गया है और उनका कार्यकाल भारत में 2021 में होने वाले टी20 विश्व कप तक होगा।
सीएसी प्रमुख कपिल देव ने दिन भर चले साक्षात्कार के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘हमने सर्वसम्मति से रवि शास्त्री को भारतीय क्रिकेट टीम का (मुख्य) कोच नियुक्त करने का फैसला किया है जैसी कि आपको उम्मीद थी। ’’
तीन सदस्यीय सीएसी में पूर्व भारतीय कोच अंशुमन गायकवाड़ और पूर्व महिला कप्तान शांता रंगास्वामी भी शामिल थे।
शास्त्री का भारतीय टीम के साथ यह चौथा कार्यकाल होगा। वह बांग्लादेश के 2007 के दौरे के समय कुछ समय के लिये कोच बने थे। इसके बाद वह 2014 से 2016 तक टीम निदेशक और 2017 से 2019 तक मुख्य कोच रहे।
शास्त्री ने कोच पद की दौड़ में न्यूजीलैंड के पूर्व कोच माइक हेसन, आस्ट्रेलिया के टॉम मूडी, भारतीय टीम के अपने साथी रोबिन सिंह और लालचंद राजपूत को पीछे छोड़ा। वेस्टइंडीज और अफगानिस्तान के पूर्व कोच फिल सिमन्स निजी कारणों से कोच पद की दौड़ से हट गये थे।
रोबिन, राजपूत और हेसन साक्षात्कार देने के लिये पहुंचे थे जबकि मूडी ने आस्ट्रेलिया से स्काइप पर इंटरव्यू दिया।
कपिल ने कहा, ‘‘सभी साक्षात्कार के बाद हमने जो नंबर दिये उस आधार पर नंबर तीन टॉम मूडी थे और न्यूजीलैंड का चतुर युवा लड़का माइक हेसन नंबर दो पर थे। यह काफी करीबी मुकाबला था। ’’
इसका मतलब है कि राजपूत और रोबिन सिंह दौड़ काफी पीछे चले गये थे।
उम्मीद्वारों की मुख्य रूप से पांच मानकों पर परखा गया जिसमें कोचिंग पद्वति, अनुभव, उपलब्धियां, संवाद और आधुनिक उपकरणों का ज्ञान शामिल हैं। ‘बहुत अच्छा’ के लिये 20 अंक दिये गये जबकि ‘अच्छा’ के लिये 15 अंक मिले। औसत को दस और खराब को पांच अंक मिले।
कपिल ने कहा, ‘‘हम सभी ने अंक दिये और ईमानदारी से कहूं तो हमने आपस में यह चर्चा नहीं की कि किसने किसे कितने अंक दिये। जब हमने अंकों को जोड़ा तो यह काफी करीबी मुकाबला रहा। मैं आपको विस्तार से नहीं बताऊंगा कि कितने अंकों का अंतर रहा लेकिन यह काफी कम अंकों का अंतर था। ’’
भारत के पहले विश्व कप विजेता कप्तान ने कहा कि शास्त्री के संवाद कौशल ने उनके चयन में अहम भूमिका निभायी।
कपिल ने कहा, ‘‘वे सभी लाजवाब थे। कुछ अवसरों पर मुझे लगा कि शास्त्री संवाद कौशल में बेहतर है, बाकी सदस्यों की राय हो सकती है इसमें भिन्न हो लेकिन हमने इस पर चर्चा नहीं की। हमने प्रस्तुति सुनने के बाद सभी को अंक दिये। हम तीनों ने काफी कुछ सीखा। सभी ने अपनी प्रस्तुति के लिये कड़ी मेहनत की थी। ’’

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