कोलकाता : पश्चिम बंगाल में मंगलवार को बोर्ड की दसवीं कक्षा की पहली भाषा (बांग्ला) की परीक्षा शुरू होने के कुछ ही समय बाद प्रश्नपत्र की कथित फोटो व्हाट्सअप पर घूमने लगी। हालांकि प्रशासन ने कहा कि प्रश्न पत्र लीक होने की कोई खबर नहीं है। शहर के एक सरकारी विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने पीटीआई भाषा को बताया कि दो पन्नों की फोटो मूल प्रश्नपत्र से बिल्कुल मिलती-जुलती हैं। राज्य के 2839 केंद्रों पर 12 बजे परीक्षा शुरू होने के कुछ ही देर बाद यह फोटो सोशल मीडिया पर घूमने लगी । माध्यमिक परीक्षा कराने में शामिल वरिष्ठ अध्यापक ने कहा, ‘‘ ऐसा जान पड़ता है कि कुछ शरारती लोग परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन लेकर चले गये और परीक्षा शुरू होने से कुछ देर पहले उन्होंने चोरी छिपे दो पन्नों के फोटो खींच लिये। यह प्रश्नपत्र का लीक होना नहीं है, क्योंकि परीक्षा पहले ही शुरू हो चुकी थी।
इस प्रकरण से नाराज पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष कल्याणमय गांगुली ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘ हमारे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है। यह फर्जी खबर है। मेरी जानकारी में पहले दिन सभी केंद्रों पर परीक्षा सुचारू ढंग से चल रही है।’ उन्होंने कहा, ‘‘हम मीडिया और सभी संबंधित व्यक्तियों से प्रश्नपत्र की फोटो बोर्ड के साथ साझा करने का अनुरोध करेंगे ताकि हम उसका मिलान कर सकें और परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित कर सकें क्योंकि लाखों लाखों बच्चे परीक्षा दे रहे हैं।’’ बोर्ड के सूत्रों ने परीक्षा रद्द किये जाने की किसी भी संभावना से इनकार किया। यहां बेथुन कॉलेजिएट स्कूल के एक अभिभावक ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि परीक्षा केंद्र से बाहर आने के बाद उनकी बेटी ने मूल प्रश्न पत्र का उन फोटो से मिलान किया और दोनों हूबहू एक ही थे। छात्रा ने कहा, ‘‘ बोर्ड ने अभेद्य उपाय का वादा किया था। लेकिन कैसे प्रश्नपत्र के हिस्से परीक्षा खत्म होने से पहले ही लीक हो सकते हैं? बोर्ड ने परीक्षा के दौरान कदाचार रोकने के लिए राज्य के 42 प्रखंडों के कई परीक्षा केंद्रों के आसपास इंटरनेट सेवाएं निलंबित करने की सिफारिश की थी।