कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार ने रविवार को कहा कि एक राजनीतिक संगठन ‘‘संकीर्ण राजनीतिक लाभ’’ के लिए उस घटना को जानबूझ कर ‘‘सांप्रदायिक रंग’’ देने की कोशिश कर रहा है जिसमें पिछले सप्ताह पुलिस के साथ झड़प में सिख समुदाय के एक व्यक्ति की पगड़ी उतर गई थी।राज्य के गृह विभाग ने एक ट्वीट में कहा कि व्यक्ति को भाजपा की सचिवालय तक रैली में अवैध आग्नेयास्त्र ले जाने के लिए कानून के अनुरूप गिरफ्तार किया गया है।
गृह विभाग ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि हमारे सिख भाई-बहन पश्चिम बंगाल में पूरी शांति , सद्भाव और खुशी से रहते हैं और अपनी आस्था और प्रथाओं के लिए उन्हें हम सबका सम्मान मिलता है। इसमें आगे कहा गया कि हाल ही की उस घटना को जहां एक प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों के बीच से एक व्यक्ति को अवैध रूप से आग्नेयास्त्रों के साथ पकड़ा गया,जो इसके लिए अधिकृत नहीं था, को अब तोड़ा मरोड़ा जा रहा है, उसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है और राजनीतिक फायदे के लिए उसे सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है।ट्वीट में कहा गया कि सिख पंथ के प्रति राज्य सरकार बहुत सम्मान का भाव रखती है।
गौरतलब है कि भाजपा के मार्च के दौरान सिख व्यक्ति की पुलिस द्वारा कथित तौर पर पिटाई किये जाने और उसकी पगड़ी खींचे जाने का वीडियो वायरल होने के बाद विवाद पैदा हो गया। लोगों ने आरोप लगाए कि पुलिस ले व्यक्ति की पगड़ी खींची थी।