* ‘शो कॉज’ नहीं, कहां हैं शिक्षक यह पूछने के लिए कहा है : पार्थ
कोलकाता : शिक्षकों का कम्प्यूटराइज्ड सर्विस रिकॉर्ड लाने के बारे में राज्य सरकार सोच-विचार कर रही है। राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा मंगलवार को विधानसभा में इस बात की जानकारी दी। वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पैरा शिक्षकों के लगातार आंदोलन के कारण ही राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है। पार्थ चटर्जी ने पैरा शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के संबंध में कहा कि कर्मचारी कहां है, यह जानने का अधिकार तो नियुक्त करने वाले हर व्यक्ति को होता है। इसे ‘शो कॉज’ (कारण बताओ) क्यों कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आप सरकारी कर्मचारी हैं और 15 दिनों तक बिना किसी जानकारी के अनुपस्थित रह रहे हैं तो आप कहां है, क्या हमारे पास यह जानने का अधिकार नहीं है। इसके अलावा विद्यार्थी स्कूलों में बैठे रह रहे हैं, और शिक्षक सड़क पर बैठे हुए हैं। पार्थ ने कहा कि मैंने बार-बार कहा है कि विद्यार्थी पढ़ाई नहीं कर पाएंगे और शिक्षक सड़क पर बैठे रहेंगे और कहेंगे कि हम अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। अगर वे अदालत जाना चाहते हैं तो जाएंगे। इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता हूं। कारण बताओ नोटिस के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि मैं इसे शो कॉज क्यों कहूंगा। मैं बस कह रहा हूं कि पैरा शिक्षक क्यों अनुपस्थित हैं, इसकी बारे में पता करें। राज्य में कई हजार पैरा शिक्षक कार्यरत हैं जिनमें से 40-45 शिक्षक ही वहां बैठे हैं। हो सकता है कि दूसरे पैरा शिक्षक भी इसी बहाने स्कूल ना जाकर बाहर घुम रहे हैं।