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आतंकी संगठन के लिए फंड इकट्ठा करने और शीर्ष नेताओं के बीच मीटिंग करवाने का था दायित्व
सलाउद्दीन तक पहुंचाने में रिजाउल हो सकता है कारगर
कोलकाता, समाज्ञा : जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के सक्रिय और खूंखार आतंकी अब्दुल करीम उर्फ बड़ा करीम की गिरफ्तार के बाद कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने जेएमबी के शीर्ष व सरगना सलाउद्दीन सालेहिन के करीबी आतंकी को गिरफ्तार किया है। आतंकी का नाम शेख रिजाउल उर्फ किरण है। वह बीरभूम जिले के इलमबाज़ार का रहने वाला है। एसटीएफ सूत्रों ने बताया कि सोमवार को हुगली जिले के डानकुनी बस स्टैंड के निकट से शेख रिजाउल को गिरफ्तार किया। एसटीएफ सूत्रों का कहना है कि वर्ष २०१८ में ही रिजाउल एसटीएफ के वांटेड लिस्ट में था। वह जेएमबी का सक्रिय आतंकी है और कई सालों से इस आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है। सिमुलिया मदरसा में उसने आतंकी ट्रेंनिग ली थी। खागरागढ़ में जब आतंकी के शीर्ष नेताओं में से हाथकाटा नसिरुल्ला और कौसर आतंकी संगठन मजबूत कर रहे थे तब रिजाउल इस आतंकी संगठन से जुड़ा था। खागरागढ़ में वर्ष २०१४ में ब्लास्ट के बाद रिजाउल भी अन्य आतंकियों की तरह जगह – जगह पर छुपता फिर रहा था। काफी दिनों तक उसकी गतिविधियां भी बंद थी। इसी दौरान वह जेएमबी के सरगना और शीर्ष नेता सलाउद्दीन सालेहिन के और ज्यादा संपर्क में आया और उसका सबसे खास गुर्गा बन गया। वहीं दूसरी तरफ दक्षिण भारत में कौसर अपना पैर जमाने लगा था इसके बाद रिजाउल कौसर के यहां चला गया। एसटीएफ सूत्रों ने बताया कि रिजाउल अन्य जेएमबी आतंकियों की तरह ही संगठन के लिए फंड इकट्ठा करता था। दरअसल, उसे फंड इकट्ठा करने का दायित्व सौंपा गया था। इसके अलावा उसका महत्वूर्ण काम था शीर्ष नेताओं की मीटिंग आयोजित करवाना। सलाउद्दीन सालेहिन के साथ ही उसने कई आतंकियों की मीटिंग कराई हैं। एसटीएफ सूत्रों का कहना है कि कुछ साल बाद मतभेद के कारण कौसर और सलाउद्दीन अलग हो गए और कौसर ने अपना अलग संगठन बना लिया। वहीं रिजाउल ने भी कौसर का साथ छोड़ दिया और सलाउद्दीन के साथ काम करने लगा। एसटीएफ सूत्रों का मानना है कि सलाउद्दीन के संदेश आदान प्रदान रिजाउल ही करता है। इस बाबत रिजाउल के जरिए एसटीएफ सलाउद्दीन तक पहुंचना चाहती है। सूत्रों का कहना है कि कई सालों से सलाउद्दीन सुरक्षा एजेंसियों की आंखों में धूल झोंक रहा है। एसटीएफ भी उसे पकड़ने में असफल रही। अब बड़ा करीम और रिजाउल की मदद से एसटीएफ सलाउद्दीन तक पहुंचना चाहती है।