नई दिल्ली : माथे पर बड़ी सी गोल बिंदी और वाणी में गजब की धार। भाषण कला के साथ ही सुषमा का ड्रेसिंग सेंस उनकी पहचान रहा। बुधवार को अंतिम सफर पर निकलते हुए वही बड़ी सी लाल गोल बिंदी सुषमा के माथे पर दमक रही थी। लाल जोड़े में लिपटीं सुषमा मानो बोल पड़ेंगी। पीएम मोदी और आडवाणी क्या, जिसने भी सुषमा को देखा उनकी आंखें नम हो गईं और गला रुंध गया। जंतर-मंतर स्थित घर और फिर बीजेपी मुख्यालय लाए जाने के बाद सुषमा अंतिम सफर पर निकली पड़ीं। लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में अब से कुछ देर में उनकी अंत्येष्टि होगी। सुबह जंतर-मंतर स्थित आवास पर श्रद्धांजलि के बाद सुषमा स्वराज के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शनों के लिए बीजेपी मुख्यालय लाया गया। हिंदू रीति-रिवाज के मुताबिक पूर्व विदेश मंत्री को सुहागिन की तरह सजाया गया था। माथे पर उनकी पहचान रही बड़ी सी गोल लाल बिंदी लगी थी और शरीर पर सुहाग की निशानी लाल चुनरी थी, जिसे वह अक्सर करवाचौथ पर पहनी देखी जाती थीं। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय लाया गया। सुषमा की बेटी बांसुरी भी उनके पार्थिव शरीर के साथ मौजू थीं। वह श्रद्धांजलि के फूलों को सुषमा के चेहरे से हटाती रहीं।
सबको रुलाकर अनंत यात्रा पर चली गई सुषमा स्वराज
