मुम्बई:भारतीय जनता पार्टी पूरे देश मे धर्मिक स्थल खोंलेने के लिए सांकेतिक अनशन कर रही है। जिसको लेकर महाराष्ट्र के राज्यपाल ने महाराष्ट्र सरकार को पत्र लिखते हुये मुख्यमंत्री पर तंज कसा की “क्या अब आप सेक्युलर नहीं रहे? जिसपर विवाद शुरू हो गया ,महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने राजपाल के पत्र का जवाब देते हुये कहा कि “पत्र में मेरे हिंदुत्व का उल्लेख करना गलत है, हिंदुत्व के लिए मुझे आपकी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.’ इसके साथ राज्पाल ने कंगना का महाराष्ट्र में स्वागत किया था जबकि उन्होंने महाराष्ट्र को पाक अधिकृत कहा था जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने राज्यपाल पर उल्टा तंज कसते हुए ये भी लिखा कि ‘मेरे राज्य की राजधानी को पाक अधिकृत कश्मीर कहने वालों को हंसते हुए घर में स्वागत करना मेरे हिंदुत्व में नहीं बैठता है.’
पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब सोमवार को गवर्नर कोश्यारी ने उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी लिखकर कोविड गाइडलाइंस के साथ धार्मिक स्थलों को दोबारा खोलने के लिए ‘तुरंत घोषणा करने का आग्रह’ किया था ।
राज्यपाल की चिट्ठी पर हुआ पूरा विवाद
राज्यपाल ने अपनी चिट्ठी पर मुख्यमंत्री के हिदुत्व पर सवाल उठाते हुये अचानक से सेक्युलर होने की बात कही उन्होंने अपनी चिट्ठी में लिखा था, ‘आप हिंदुत्व के बड़े तरफ़दार रहे हैं. आपने अयोध्या जाकर भगवान राम के लिए अपना समर्पण सार्वजनिक रूप से जाहिर किया था। आपने पंढरपुर में विट्ठल रुक्मिणी मंदिर के दर्शन किए थे और आषाढ़ी एकादशी पर पूजा की थी। मैं समझना चाह रहा हूं कि क्या आपको धार्मिक स्थलों को दोबारा खोलने की प्रकिया को बार-बार टालने के लिए कोई दिव्य संदेश मिल रहा है या फिर आप खुद सेकुलर बन चुके हैं, जो कभी आपको खुद कभी पसंद नहीं था?’जिसके बाद से इस पूरे विवाद ने आग पकड़ ली।