कांग्रेस-शिवसेना और राकांपा की बैठक खत्म, पवार बोले, उद्धव के नेतृत्व को लेकर हमारे बीच सहमति

मुंबई : महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन का ऐलान जल्द हो सकता है। कांग्रेस-राकांपा और शिवसेना की शुक्रवार को नेहरू सेंटर में बैठक हुई। इसके बाद राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने साफ कर दिया कि शिवेसना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के नेतृत्व को लेकर हमारे बीच सहमति बन गई है। उन्होंने कहा कि चर्चा अभी भी जारी है और शनिवार को मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह बता दिया जाएगा कि हम राज्यपाल के पास कब जाएंगे। 

उद्धव ठाकरे ने बैठक के बाद कहा- तीनों दलों के बीच पहली बार बैठक हुई। कई मसलों पर हमारे बीच बात हुई। हम ऐसा कोई मसला नहीं चाहते हैं, जो छूट जाए।

पूरे 5 साल शिवसेना का ही मुख्यमंत्री होगाराउत

संजय राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री पूरे 5 साल के लिए शिवसेना का ही होगा। शिवसैनिकों की इच्छा है कि उद्धव ठाकरे जी यह पद संभालें। भाजपा की ओर से ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का प्रस्ताव मिलने के दावे को राउत ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि अब वह हमें इंद्र का सिंहासन भी दें तो उनके साथ सरकार नहीं बनाएंगे। 

6-7 महीने सरकार चलना मुश्किल- गडकरी


केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राकांपा-शिवसेना और कांग्रेस का गठबंधन अवसरवादिता वाला है और इनकी सरकार शायद ही 6-7 महीने चल पाए। विचारधारा के लिहाज से अलग-अलग पार्टियां केवल भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए एकसाथ आ रही हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे शक है कि क्या सरकार बनेगी और अगर बन भी जाती है तो यह कितने दिन चलेगी। 


गडकरी से जब पूछा गया कि अगर तीनों दल सरकार बनाने में असफल रहे तो भाजपा क्या करेगी। उन्होंने कहा कि क्रिकेट और राजनीति में कुछ भी संभव है। आगे का फैसला भाजपा करेगी। 

नई सरकार का नाम ‘महा विकास आघाडी’ होगा


गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर सहमति प्रदान कर दी थी। गठबंधन सरकार का नाम महा विकास आघाडी (महा विकास गठबंधन) होगा। कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चह्वाण ने कहा था कि राकांपा-कांग्रेस के बीच सभी मुद्दों पर चर्चा के बाद आम सहमति बन गई है।

पदों के बंटवारे का फॉर्मूला

सूत्रों के मुताबिक, तीनों दलों में मंत्री पदों का समान बंटवारा होगा। पहले कहा जा रहा था कि चार विधायकों पर एक मंत्री पद दिया जाएगा, लेकिन कांग्रेस का प्रस्ताव था कि मंत्री पदों का समान बंटवारा हो। बताया जा रहा है कि बाद में तीनों दलों में इस पर सहमति बन गई है। हालांकि सत्ता के बंटवारे फॉर्मूला की अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई। शिवसेना और राकांपा के बीच मुख्यमंत्री पद ढाई-ढाई साल बांटे जाने की भी खबर है। हालांकि, इस बारे में भी कोई अधिकृत पुष्टि नहीं है। कांग्रेस नेता विजय वड्टेटीवार का एक बयान जरूर सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा।

समन्वय समिति भी गठित होगी
गठबंधन सरकार के कामकाज में समन्वय बनाए रखने के लिए तीनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं की समन्वय समिति बनाए जाने का फैसला हुआ है। इसमें मुख्यमंत्री के अलावा तीनों पार्टियों के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। समिति में सदस्यों की संख्या 12 हो सकती है, जिसमें हर पार्टी से चार प्रमुख नेता होंगे।

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