कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार के साथ उनकी कोई ‘जंग’ नहीं है और उनका उद्देश्य लोगों की सेवा करना है। धनखड़ का पश्चिम बंगाल सरकार के साथ कई मुद्दों पर टकराव रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में विश्वविद्यालयों को उनकी मर्जी के मुताबिक कामकाज नहीं करने दिया जा रहा है। यहां मर्चेंट्स चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एमसीसीआई) द्वारा आयोजित शिक्षा मंच में राज्यपाल ने कहा, ‘मैं बता दूं कि राज्य सरकार के साथ मेरा कोई युद्ध नहीं चल रहा है। मैं यहां राज्य के लोगों की सेवा करने के लिये आया हूं।’ धनखड़ ने कहा कि विश्वविद्यालयों का कुलाधिपति होने के नाते उनका सामना ऐसी कई घटनाओं से हुआ है जो सुर्खियां बन सकती थीं। उन्होंने कहा, ‘अगर मैं इन सभी के बारे में बताना शुरू कर दूं तो अगले दिन ये अखबारों की सुर्खियां बन जायेंगी। कुलाधिपति के तौर पर हम देख रहे हैं हम विश्वविद्यालयों को उस तरह से कामकाज करने नहीं दे रहे जिस तरह से उन्हें करना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि सभी जब यही सवाल है कि बड़ा बॉस कौन है, कुलाधिपति या राज्य?’ धनखड़ ने कहा कि उन्होंने विश्वविद्यालयों के कामकाज में कुलाधिपति और राज्य सरकार की दोनों की भूमिकाएं सुनिश्चित करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, ‘मैंने यही पाया कि दोनों की थोड़ी-थोड़ी भूमिकाएं हैं। इसलिए ऐसे मामले में हमें निश्चित ही सहयोग करना चाहिए और यह प्रतिस्पर्धा नहीं रखनी चाहिए कि कौन बड़ा बॉस है।’ धनखड़ ने यह भी बताया कि राज्यपालों का 50वां सम्मेलन जल्द आयोजित होगा। उन्होंने कहा, ‘मैंने राज्य सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि अगर उनका कोई मुद्दा है तो सम्मेलन में उस मुद्दे को उठाने में उन्हें खुशी होगी।’ 49वां राज्यपाल सम्मेलन 2018 में नयी दिल्ली में आयोजित हुआ था।
पश्चिम बंगाल सरकार के साथ जंग नहीं है : राज्यपाल
