-कहा, बिल के माध्यम से कानून बनना दुखद
-कहा, सेंट्रल कमेटी की बैठक में होगी चर्चा
कोलकाता : केंद्र सरकार लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी तीन तलाक बिल पारित कराने में सफल रही है। राज्यसभा में बिल को पारित कराने में भाजपा की अगुवाई वाली मोदी सरकार की रणनीति काफी कारगर रही तथा वोटिंग के समय विपक्षी दल केवल मुंह देखते रह गए। इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री सिद्दिकुला चौधरी ने तीन तलाक बिल के दोनों सदनों में पारित होने पर इसे इस्लाम पर हमला करार देते हुए मानने से इनकार किया है। चौधरी ने कहा कि यह इस्लाम पर हमला है तथा हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे। अब सेंट्रल कमेटी की बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा होगी। चौधरी ने कहा कि तीन तलाक बिल का पारित होना बेहद दुखद है। साथ ही यह इस्लाम पर हमला है। जमीयत उलेमा हिंद के अध्यक्ष ने कहा कि तीन तलाक बिल के माध्यम से बने कानून को स्वीकार नहीं करेंगे। इस बारे में सेंट्रल कमेटी की बैठक में चर्चा के बाद आगे की रणनीति तय होगी। इस बीच तृणमूल कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार के एक मंत्री का सार्वजनिक तौर पर तीन तलाक कानून बनने का विरोध करने पर चर्चाओं का बाजार गर्म है। सवाल उठ रहा है कि क्या मुख्यमंत्री व पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी, कैबिनेट के अपने सहयोगी की राय से सहमत हैं?