अहमदाबाद : ) गुजरात में लॉकडाउन के दौरान आदेश का उल्लंघन करने और घरों में पृथक रहने के निर्देशों का पालन नहीं करने को लेकर अब तक 3,857 लोगों को गिरफ्तार किया गया है तथा 2,653 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए ड्रोन और सीसीटीवी फुटेज का भी सहारा ले रही है।
गुजरात के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शिवानंद झा ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 1,595 व्यक्तियों के खिलाफ एक हजार से अधिक प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है।
न्होंने बताया कि इनमें से 608 प्राथमिकी, सरकारी अधिसूचना का उल्लंघन करने को लेकर दर्ज की गयी और 392 प्राथमिकी घर में पृथक रहने के नियम तोड़ने के लिए दर्ज की गयी।
डीजीपी ने कहा कि अधिकतर मामलों में जमानत मिल सकती है।
उन्होंने कहा, “भारतीय दंड संहिता, आपदा प्रबंधन अधिनियम और महामारी अधिनियम के तहत राज्य में दर्ज की गई कुल प्राथमीकियों की संख्या अब 2,653 हो गई है। हमने 3,857 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।”
डीजीपी ने बताया कि कोरोना वायरस के बारे में सोशल मीडिया में अफवाह फैलाने पर दाहोद में दो और भावनगर में चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने कहा, “घर में पृथक रखे गए लोगों पर पुलिस लगातार निगरानी रख रही है ताकि वे नियम तोड़कर बाहर न निकलें। हम निगरानी रखने के लिए ड्रोन और सीसीटीवी फुटेज का सहारा ले रहे हैं।”
झा ने बताया कि आवासीय परिसरों में सार्वजनिक क्षेत्र में भी लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी है और लोग बाहर न निकलें यह सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन की सहायता ली जा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य के आईपीएस अधिकारियों ने एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराया है।
गुजरात में लॉकडाउन के दौरान आदेश का उल्लंघन करने वाले तीन हजार से अधिक लोग गिरफ्तार
