कोलकाता : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक अक्टूबर को दुर्गापूजा उत्सव के उद्घाटन के लिए निमंत्रण देने को लेकर पूजा समिति में रविवार को मतभेद पैदा हो गए। महानगर के साल्ट लेक में बी जे ब्लॉक दुर्गा पूजा के सदस्यों के बीच उस समय विवाद हो गया जब उनमें से कुछ ने दावा किया कि शाह को निमंत्रण देने से पहले उनसे संपर्क नहीं किया गया। बी जे ब्लॉक पूजा समिति के अध्यक्ष उमाशंकर घोष दस्तीदार ने संवाददाताओं से कहा कि शाह ने नियत तिथि को शाम सात बजे पूजा का उद्घाटन करने पर सहमति दी है। उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि पूजा समिति पहली बार किसी केंद्रीय मंत्री को निमंत्रण दे रही है इसलिए कुछ मुद्दों पर सुरक्षा कारणों से सभी सदस्यों एवं स्थानीय लोगों से चर्चा नहीं की जा सकती है।’’ बहरहाल समिति के एक अन्य सदस्य ने कहा कि वे पूजा को ‘‘राजनीतिक रंग’’ नहीं देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम अमित शाह के खिलाफ नहीं हैं, वह हमारे देश के गृह मंत्री हैं। हमें भारत पर गर्व है और अपने देश को बचाने के लिए हाल में लिए गए निर्णयों पर हमें फख्र है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘साथ ही वह भाजपा के शीर्ष नेताओं में हैं। हम तीन दशक पुराने बी जे ब्लॉक पूजा को ऐसे व्यक्ति को आमंत्रित कर राजनीतिक रंग नहीं देना चाहते हैं जिसका स्थानीय जुड़ाव नहीं है।’’ समिति के सदस्य ने दावा किया कि यह आसपास के अधिकतर लोगों की भावनाएं हैं। बहरहाल घोष दस्तीदार ने कहा कि शाह के अलावा बिधाननगर नगर निगम के महापौर कृष्णा चक्रवर्ती और पश्चिम बंगाल के मंत्री सुजीत बोस को भी उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है।
अमित शाह को आमंत्रित करने पर दुर्गापूजा समिति में मतभेद
