लखनऊ : वन महोत्सव के अवसर पर उत्तर प्रदेश ने शानदार जज्बे का प्रदर्शन करते हुए रविवार को 26 करोड़ पौधे लगाने का कीर्तिमान स्थापित किया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार शाम संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कोरोना महामारी के दो गज की दूरी का ध्यान रखते हुए समाज के विभिन्न तबकों ने प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों, स्वयंसेवी संगठनों, पर्यावरण के प्रति जागरूक विभिन्न संस्थाओं ने अपना योगदान देते हुए एक दिन में 26 करोड़ पौधे लगाने का नया रिकॉर्ड बनाया है।

‘‘मैं इसके लिए सभी को बधाई देता हूं।’’उन्होंने कहा कि पिछले एक साल के दौरान प्रयास करके सभी के सहयोग से यह रिकॉर्ड कायम किया गया है। पिछले साल हमने 22 करोड़ से ज्यादा पौधे लगाए थे। हमने उन्हें जियो टैग किया है और हम देश की प्रतिष्ठित संस्थाओं से इनका सत्यापन कराते हैं।
योगी ने बताया कि पिछले साल जो 22 करोड़ पौधे लगाए गए थे उनमें से 95% से अधिक पौधे सुरक्षित हैं। इस साल जो सबसे अच्छी बात रही है वह यह कि पर्यावरण के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य के लिए अनुकूल सहजन का पौधा हर गरीब परिवार को दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा पूरा प्रयास है कि हम इस सत्र में पूरे प्रदेश में 35 करोड़ पौधे लगाएं। इसमें प्रकृति और परमात्मा के प्रति जागरूक होने का एक नया संदेश भी छुपा है। कोरोना वायरस ने प्रकृति और पर्यावरण के प्रति भी हम सबको बहुत से सबक सीखने के लिए मजबूर किया है। स्वाभाविक रूप से एक स्वस्थ प्रकृति और पर्यावरण से ही हम सेहतमंद मनुष्य और जीव सृष्टि के संरक्षण की परिकल्पना कर सकते हैं।’’
इसके पूर्व मुख्यमंत्री योगी ने सुबह ‘वन महोत्सव’ के तहत वृहद पौधरोपण अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि कोविड—19 महामारी से जुड़े प्रोटोकॉल का पालन करते हुए भी बड़े—बड़े आयोजन किए जा सकते हैं और यह आयोजन इसका उदाहरण बनेगा।
योगी ने प्रदेश भर में 25 करोड़ पौधे रोपने के अभियान की शुरुआत करते हुए कहा ”कोविड-19 से पहले, उसके दौरान और उसके बाद… यह तीन प्रकार की श्रेणियां दुनिया में स्पष्ट रूप से देखने को मिलेंगी। इससे यह बात जाहिर होगी कि कोविड-19 से पहले इस दुनिया की स्थिति क्या थी, उसके दौरान क्या हालात हैं और उसके बाद दुनिया में क्या परिवर्तन होने जा रहा है।’’
उन्होंने कहा कि रविवार अलसुबह शुरू हुए वृक्षारोपण अभियान के प्रति लोगों का जोश देखते ही बनता है, ”लेकिन साथ ही साथ हमें वैश्विक महामारी से भी लड़ना है। इस वृक्षारोपण अभियान के दौरान दो गज की दूरी का भी पालन स्पष्ट दिखाई दे रहा है। यह एक अच्छा प्रयास है और हम सभी लोग प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बड़े बड़े आयोजन कर सकते हैं। यह आयोजन आज इसका साक्षी बनेगा।”