हावड़ा, समाज्ञा:राज्य में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। हावड़ा में भी कोविड की स्थिति भी काफी चिंताजनक है। इसके मद्देनजर बाली की विधायक वैशाली डालमिया ने मांग की है कि बाली के 3 अस्पताल, जो लंबे समय से बंद है, उनका इस्तेमाल कोविड के लिए किया जाना चाहिये।
दरअसल हावड़ा नगर निगम द्वारा संचालित बाली केदारनाथ अस्पताल लंबे समय से बंद है। अस्पताल को 2016 में जीर्णोद्धार के लिए बंद कर दिया गया था। इस बीच ही हावड़ा नगर निगम बोर्ड का मियाद खत्म हो जाने की वजह से काम रुक गया है। इसके अलावा, जन सेवायतन नर्सिंग होम लगभग 16 वर्षों से बंद है। डॉ. सुशील पाल की हत्या के कारण जन सेवायतन नर्सिंग होम को 2004 में बंद कर दिया गया था। एक डॉक्टर की हत्या के लिए सीपीएम नेता और एक डॉक्टर सहित कुल 12 लोगों को दोषी ठहराया गया था। बाद में उन्हें उच्च न्यायालय ने जमानत दे दी। इसके बाद भी तब से इतना बड़ा अस्पताल बंद है। इसके अलावा बेलूड़ स्टेशन के समीप स्थित सरकारी अस्पताल में भी कई खाली इमारतें हैं।
विधायक वैशाली डालमिया ने कहा कि उन्होंने केदारनाथ अस्पताल खोलने के लिए आवेदन किया है। वैशाली के अनुसार, थोड़े नवीनीकरण के साथ, अस्पताल का इस्तेमाल कोरोना से निपटने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने मांग की कि अस्पताल की कमी को पूरा करने के लिए जल्द ही अस्पताल खोला जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जन सेवायतन नर्सिंग होम के कानूनी जटिलताओं को खत्म करके अस्पताल को फिर से खोलने के लिए वैशाली डालमिया ने स्वास्थ्य विभाग में आवेदन किया है।
वहीं बाली के निवासियों ने इस मांग पर सहमति व्यक्त की है। स्थानीय लोगों के अनुसार, अस्पताल को जनता के लिए खोला जाना चाहिए। उन्होंने सरकार की पहल पर बुनियादी ढांचे का निर्माण करके अस्पताल चलाने की मांग की। रोगी कल्याण संघ के अध्यक्ष डॉ. निर्मल माजी ने कहा कि वे स्वास्थ्य सचिव से अस्पतालों को चालू करने की अपील करेंगे।
वैशाली डालमिया ने कोरोना उपचार के लिए 3 बंद अस्पतालों को खोलने की मांग की
