दिल्ली में हिंसाग्रस्त कुछ क्षेत्रों में शांति, मृतकों की संख्या 24 हुई

नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पूर्वी हिस्सों में दो दिन की सांप्रदायिक हिंसा के बाद उत्तर पूर्व क्षेत्र के कुछ हिस्सों में बुधवार को शांति रही लेकिन कुछ स्थानों पर दुकानों में आग लगा दी गयी और गुप्तचर ब्यूरो के एक कर्मचारी का शव नाले से बरामद किया गया ।पुलिस ने फ्लैग मार्च किया और सोमवार की रात से भड़की हिंसा पर लगाम लगाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्व क्षेत्र में सुरक्षा बल चारों ओर फैल गए। दिल्ली में हिंसा की घटनाओं के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोगों से शांति एवं भाईचारा बनाये रखने की अपील की ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में वर्तमान स्थिति की गहन समीक्षा की है । उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि जल्दी शांति एवं सामान्य स्थिति बहाल हो। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में वर्तमान हालात की गहन समीक्षा की । पुलिस एवं अन्य एजेंसियां सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिये काम कर रही हैं ।’’


मोदी ने कहा, ‘‘ हमारे संस्कार के मूल में शांति, सौहार्द है। मैं दिल्ली के बहनों, भाइयों से शांति और भाईचारा बनाये रखने की अपील करता हूं ।’

राष्ट्रीय राजधानी में स्थिति नियंत्रित करने का काम राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को दिया गया है ।
डोभाल ने मिली जुली आबादी वाले क्षेत्र में जा कर स्थानीय लोगों से मुलाकात की । उन्होंने कहा, ‘‘जो कुछ हुआ सो हुआ । इंशाअल्ला, जल्दी ही पूरी शांति होगी ।’’
दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक तथा नव नियुक्त विशेष आयुक्त एस एन श्रीवास्तव के साथ मंगलवार को उन्होंने देर रात इलाके का दौरा किया था ।
सूत्रों ने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे के दौरान हिंसा पर अंकुश लगाने में विफल रहने के बाद, श्रीवास्तव के बारे में यह माना जाता है कि डोभाल ने उनका चयन किया है ।
हिंसा के तीसरे दिन मरने वालों की संख्या मंगलवार के 13 से बढ़कर बुधवार को 24 हो गयी है ।
जीटीबी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि मरने वालों की संख्या 22 हो चुकी है । मरने वालों की संख्या अथवा 200 लोगों के घायल होने का आंकड़ा पुलिस विभाग से नहीं मिला है बल्कि अस्पताल अधिकारियों से पता चला है ।

उत्तर पूर्व दिल्ली की स्थिति को खतरनाक बताते हुए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि स्थिति ‘‘चिंताजनक’’ है और पुलिस सभी प्रयासों के बावजूद स्थिति संभालने और भरोसा (लोगों में) कायम करने में नाकाम रही है।’’उन्होंने कहा, ‘‘ सेना को बुलाना चाहिए और बाकी प्रभावित इलाकों में भी तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगाया जाना चाहए और मैं इस संबंध में माननीय गृह मंत्री को लिख रहा हूं।’’
अधिकारी ने बताया कि गुप्तचर ब्यूरो के एक कर्मचारी का शव चांद बाग इलाके में नाले से मिला है जहां वह रहते थे । उनकी पहचान अंकित शर्मा के रूप में की गयी है। अधिकारियों ने आशंका जतायी है कि शर्मा की मौत पथराव में हुई होगी ।
इलाके में दुकानें एवं स्कूल बंद रहे । विभिन्न सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। पुलिस ने ऐलान किया कि किसी को भी अपने घर से नहीं निकलना चाहिए ।
चांद बाग में बड़े पैमाने पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है और किसी को भी बाहर नहीं आने दिया जा रहा है। पिछले दो दिन से जारी दुकानें लूटने और संपत्तियों में आग लगाने जैसी घटनाओं के बाद तनावपूर्ण शांति राहत प्रदान करने वाली थी, लेकिन सभी जगहों पर नहीं ।
गोकुलपुरी में दंगाइयों ने दुकानों को आग के हवाले कर दिया जिससे आसमान में धुएं के विशाल काले बादल छा गए ।
दुकानों के साथ लोगों की आजीविका लुट गयी । रक्तपात देख कर उनके बच्चे दहशत में थे । कई लोगों को अपना घर छोड़ते देखा गया । उनमें से एक परिवार था जिसने वापस आने का वादा किया था, लेकिन कहा कि कब वापसी होगी यह उन्हें पता नहीं ।
जीटीबी अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सोमवार से अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है । आज दिन में एलएनजेपी अस्पताल से चार लोगों को लाया गया है ।

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