वायरस: भारत में मृतक संख्या 10 तक पहुंची, केंद्र ने राज्यों से जरूरत पड़ने पर कर्फ्यू लगाने को कहा


नयी दिल्ली ; भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 500 को पार कर गई है तथा एक और व्यक्ति की मौत के साथ देश में इस विषाणु से मरने वालों की संख्या अब 10 हो गई है। इसके साथ ही केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से जरूरत वाले क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाने को कहा है क्योंकि देश के अनेक हिस्सों में लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं।
महामारी से निपटने के लिए 32 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने 31 मार्च तक पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की है। लॉकडाउन के बावजूद लोगों के बाहर घूमने का अधिकारी गंभीर रूप से संज्ञान ले रहे हैं। उनका मानना है कि विषाणु संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए आगामी दिन और सप्ताह अत्यंत महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं।
कोरोना वायरस के कारण भारतीय उद्योग और नौकरियों पर पड़ रहे बुरे प्रभाव के मद्देनजर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि संकट से निपटने में मदद के लिए जल्द ही एक आर्थिक पैकेज की घोषणा की जाएगी।

दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने देश में कोविड-19 की रोकथाम के स्तर और प्रबंधन की समीक्षा की और सामुदायिक निगरानी तथा संपर्क का पता लगाने की गुणवत्ता और मजबूती पर जोर दिया।
आधिकारिक बयान के अनुसार कुल 1,87,904 लोग निगरानी के दायरे में हैं और 35,073 लोग 28 दिन की निरीक्षण अवधि पूरी कर चुके हैं।हर्षवर्धन ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के नियंत्रण कक्ष और जांच प्रयोगशालाओं का दौरा किया और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौजूदा स्तर की समीक्षा की।उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारियों और राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के वरिष्ठ निगरानी अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात भी की उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी अग्रिम पंक्ति के योद्धा हैं जो समय पर, सही और महत्वपूर्ण सूचना के साथ लोगों की मदद कर राष्ट्र की उत्तम सेवा कर रहे हैं।’’ स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘‘मैं वैज्ञानिकों को नमन करता हूं जो परीक्षण प्रक्रियाओं के साथ काम करते हैं और अपने कर्तव्य पथ पर चलते हुए खुद को जोखिम में डालते हैं।’’उन्होंने कहा, ‘‘यह समय की आवश्यकता है कि सभी लोग जो घर पर या केंद्र में अलग-थलग हैं, वे सतर्कता बरतें, और वे सामाजिक दूरी के प्रोटोकॉल तथा निजी स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों की विशेष देखभाल किए जाने की आवश्यकता है।’’

विषाणु संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही अधिकारियों ने लगभग पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया है, लोगों के एकत्र होने पर रोक लगा दी है और सड़क, रेल तथा हवाई यातायात को अभूतपूर्व कदमों के तहत बंद कर दिया गया है।
केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कुछ मुख्यमंत्रियों से बात की और लोगों के घरों से बाहर रहने पर कर्फ्यू लगाने की आवश्यकता से अवगत कराया।सरकार के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा कि राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासन को सलाह दी गई है कि जहां जरूरी हो, वे कर्फ्यू लगाएं क्योंकि विषाणु के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से लॉकडाउन का आदेश दिए जाने के बावजूद लोग लगातार घरों से बाहर घूम रहे हैं। राज्य सरकारों से कहा गया है कि लोगों के एकत्र होने से मौजूदा स्थिति और खराब हो सकती है।अधिकारी ने कहा कि यह अब राज्य सरकारों पर है कि वे स्थानीय स्थिति के हिसाब से कार्रवाई करें और जिला मजिस्ट्रेटों को आवश्यक निर्देश दें जिनके पास कर्फ्यू लगाने की शक्ति है। केरल ने भी लॉकडाउन का आदेश दिया है जहां बसें सड़कों से नदारद रहीं, आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर शेष दुकानें बंद रहीं, लेकिन लोग लॉकडाउन का उल्लंघन करते दिखे जिसपर पुलिस को दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करना पड़ा।
दोपहिया, ऑटोरिक्शा और निजी वाहन लॉकडाउन के निर्देशों का उल्लंघन करते दिखे।
हरियाणा में कुछ स्थानों पर गैर आवश्यक कार्य से घरों से बाहर निकले लोगों को समझाने और वापस घर भेजने में खासी मशक्कत का सामना करना पड़ा।
भिवानी में एक नाके पर पुलिस को अनेक दोपहिया वाहन चालकों से जूझना पड़ा जो गैर आवश्यक कार्य के बिना ही सड़कों पर घूम रहे थे।
ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी ने कहा, ‘‘हम लोगों को समझा रहे हैं और उन्हें वापस घर भेज रहे हैं।’’

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