विश्व के तेल एवं गैस के नक्शे पर आया पश्चिम बंगाल

धर्मेंद्र प्रधान ने बंगाल के पहले तेल एवं गैस रिजर्व को देश को किया समर्पित

कोलकाता, समाज्ञा : केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस तथा स्टील मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उत्तर 24 परगना के अशोकनगर में स्थित भारत का 8वां हाइड्रोकार्बन प्रोड्यूसिंग बेसिन ‘बंगाल बेसिन’ को रविवार को राष्ट्र को समर्पित किया। इस दिन, धर्मेंद्र प्रधान ने अशोकनगर बेसिन को राष्ट्र को समर्पित करते हुए कहा कि यह खोज भारत की ऊर्जा सुरक्षा में भूमिका निभायेगी। प्रधानमंत्री के वर्ष 2022 तक तेल आयात को 10 फीसदी तक कम करने के आह्वान की दिशा में उठाया गया कदम है। प्रधान ने ओएनजीसी को बधाई देते हुए कहा कि यह खोज भारत के वैज्ञानिकों व इंजीनियरों के सात दशकों के अथक प्रयास का नतीजा है और बंगाल के विकास की नयी आशा जगाता है। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र के आर्थिक विकास की दिशा में पेट्रोलियम एक बड़ा उत्प्रेरक है। इस विकास से स्थानीय लोग सबसे बड़े लाभार्थी होंगे। लिहाजा, वह स्थानीय लोगों से अनुरोध करते हैं कि इस दिशा में वह ओएनजीसी के साथ सहयोग करें। बंगाल बेसिन आखरिकार विश्व के तेल व गैस के नक्शे में जगह पाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ओएनजीसी को पूर्ण समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है। स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने से यह राज्य में समृद्धि लाने का नया चरण होगा। यह अवसर राष्ट्र गौरव का क्षण है। इस अवसर पर, केंद्रीय मंत्री प्रधान के साथ ओएनजीसी के सीएमडी शशि शंकर तथा ओएनजीसी के अन्य निदेशकों के अलावा पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस व स्टील मंत्री के पीएस डॉ. अजय कुमार व अन्य मौजूद थे। इस दिन, प्रधान ने तेल का औपचारिक उत्पादन सकर रॉड पंप का स्विच ऑन करके शुरू किया।

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