कोलकाता : नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पश्चिम बंगाल समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग हिंसा में शामिल पाए गए उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में ममता बनर्जी ने कहा, ‘कानून अपने हाथ में न लें। रास्ते रोकने और आम लोगों को जिस कार्य से दिक्कत पहुंचे, ऐसा कोई भी कार्य न करें।’ उन्होंने यह भी कहा, ‘सरकारी संपत्तियों को नुकसान न पहुंचाएं। शांति भंग करने वाले सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’ बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के बाद से पश्चिम बंगाल में भी विरोध प्रदर्शन जारी है। इसकी वजह से ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुआ है।
ममता ने दिया अल्टिमेटम
ममता बनर्जी ने यह भी दोहराया कि संशोधित नागरिकता अधिनियम और प्रस्तावित देश व्यापी एनआरसी राज्य में प्रभावी नहीं होगी। उन्होंने कहा, ‘यह मेरा अनुरोध है कि लोगों के बीच भ्रम न पैदा करें।’ बता दें कि उपद्रवियों ने सड़कों को जाम करते हुए कोना एक्सप्रेसवे में 15 बसों को आग के हवाले कर दिया। इतना ही नहीं, एक्सप्रेसवे पर एक पुलिस वैन को भी जला दिया गया। उपद्रवियों ने संकरेल रेलवे स्टेशन का एक हिस्सा भी जला दिया। इसके साथ संकरेल में एक पुलिस जीप में तोड़फोड़ की गई।
स्टेशनों में गई तोड़फोड़
उपद्रवियों ने संकरेल में स्टेशन मास्टर के कमरे में तोड़फोड़ की और सिग्नल केबिन को भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया। यही नहीं, प्रदर्शनकारियों ने मुर्शिदाबाद में एनएच-34 को ब्लॉक कर दिया और सुती पर स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट की तीन बसों में जमकर तोड़फोड़ की। इन तमाम घटनाओं के बाद से आम लोगों में दहशत का माहौल है। प्रदर्शनकारियों के उपद्रव को देखते हुए रैपिड ऐक्शन फोर्स (आरएएफ) को तैनात किया गया है ताकि इन प्रदर्शनकारियों पर नकेल कसी जा सके। निमतिता स्टेशन पर भी उपद्रवियों द्वारा तोड़फोड़ की गई है।