कोलकाता/ओडिशा: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओडिसा के अपने चार दिवसीय दौरे के प्रथम दिन बुधवार को पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर में भगवान के दर्शन किए। ओडिशा प्रशासन ने जगन्नाथ मंदिर में ममता के निर्विघ्न पूजा-अर्चना की व्यवस्था तक रखी थी। मंदिर के भीतर करीब एक घंटे की पूजा-अर्चना के बाद मंदिर के सेवायत (पुरोहित) की उपस्थिति में ममता ने कहा कि भुवनेश्वर में प्रस्तावित बैठक के उपरांत उन्हें भगवान के दर्शन करने का अवसर मिला। उन्होंने भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और बलभद्र से देश व समाज में शांति की कामना की।ममता ने कहा कि दिल्ली की घटना से वह व्यथित हैं, शांति की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। हमें रक्तपात नहीं शांति चाहिए। प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि ममता बुधवार को पुरी शहर में ही ठहरेंगी। आज सुबह ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ उनकी बैठक निर्धारित है। शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में पूर्वी क्षेत्र की अंतरराज्यीय परिषद की बैठक में वह शामिल होंगी। उक्त बैठक में बिहार, ओडिसा, झारखण्ड और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों और गृह सचिव भी हिस्सा लेंगे। बदा दें कि अप्रेल 2017 में ममता को जगन्नाथ मंदिर के प्रवेश के दौरान पुरोहितों के एक वर्ग का कोपभाजन होना पड़ा था। प्रचण्ड विरोध के कारण ममता को बैरंग लौटना पड़ा था।
मैंने देश व समाज में शांति की कामना की – मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
