लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ते रेप के कारण विपक्ष के निशाने पर आए योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मिशन शक्ति का प्रारंभ किया जिसका उद्देश्य नारियों की सुरक्षा और गरिमा सुनिश्चित करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभियान जिसकी शुरुआत देवी दुर्गा को समर्पित नवरात्रि पर्व के आरंभ के साथ हुई है, यह उस महिला के लिए एक श्रद्धांजलि है, जिसकी बलरामपुर में दो पुरुषों द्वारा कथित रूप से बलात्कार के बाद मृत्यु हो गई थी और उन्होंने स्पष्ट किया कि महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ अपराध के प्रति उनकी सरकार की “शून्य सहिष्णुता” है।
इस वर्ष के सभी राम लीला के दुर्गा पूजा पंडाल का आधार भी यही अभियान रहेगा।इसके तहत राज्य के 1735 थानों में महिला शिकायतों का अलग विभाग होगा जिसका नेतृत्व महिला अधिकारी करेंगी एवं शिकायतों पर जल्द से जल्द ऐक्शन लेना अनिवार्य होगा। दोषियों को पहले सज़ा और आत्म सुधार के मार्ग दिखाए जाएंगे किन्तु यदि फिर भी कोई सुधार नहीं हुआ तो सामाजिक बहिष्कार और दोषियों के चित्र का सार्वजनिक उजागर का मार्ग अपनाया जाएगा।स्त्री भ्रूणहत्या की निन्दा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नारी सम्मान और सुरक्षा का आरंभ घर से होना चाहिए।