मानने पड़ेंगे स्वास्थ्य नियम
कोलकाता, समाज्ञा : अनलॉक 4 के साथ देश फिर से सामान्य रूप में लौट रहा है। दुर्गापूजा से पहले ही आम लोगों के लिए राज्य सरकार ने खुशखबरी सुनाई है। 2 अक्टूबर से राज्य के सभी चिड़ियाघर खुल रहे हैं। उससे पहले इसी माह में राज्य के सभी पार्क और उद्यानों को खोल दिया जा रहा है। हालांकि चिड़ियाघर, पार्क या फिर उद्यानों में जाने के लिए कुछ स्वास्थ्य नियमों का पालन कोरोना काल में लोगों को करना पड़ेगा। कोरोना काल में पिछले 17 मार्च से राज्य के सभी चिड़ियाघर, पार्क और उद्यानों को बंद कर दिया गया था। करीब 6 माह तक बंद रहने के बाद अब फिर से इन्हें खोला जा रहा है। हालांकि संक्रमण को रोकने के लिए कुछ सावधानियों को बरतने के लिए कहा गया है। अब से किसी भी स्थान पर जाने के लिए प्रवेश टिकट को ऑनलाइन ही बुक करना होगा। 10 से कम और 65 साल से अधिक उम्र के किसी बच्चे या व्यक्ति को लेकर घुमने निकलने पर विशेष सावधानियों का ध्यान रखना होगा। प्रत्येक पर्यटक को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। बोटिंग या पार्क में किसी प्रकार के राइड का प्रयोग करते समय सैनिटाइजर का उपयोग करना अनिवार्य है। फिलहाल हाथी सफारी बंद रहेगी। कोविड संक्रमण की आशंका होने पर पार्क या चिड़ियाघर को प्रबंधन किसी भी समय आंशिक रूप से बंद कर सकता है। वहीं चिड़ियाघर या पार्क में प्रवेश करते समय पर्यटक की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। प्रत्येक व्यक्ति को हाथों में सैनिटाइजर का प्रयोग करने के बाद ही प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। अधिकारी के बिना कोई गाड़ी किसी राष्ट्रीय उद्यान या अभ्यारण्य में प्रवेश नहीं कर पाएगी। जीप सफारी में एक यात्री के बगल वाली सीट को खाली रखकर दूसरे यात्री को बैठना होगा। वॉच टावर में एक बार में 20 यात्री से अधिक लोगों को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। प्रत्येक स्थान को दिन में 2 बार सैनिटाइज किया जाएगा। इको टूरिज्म के किसी भी निवासस्थल को दिन में 2 बाद सैनिटाइज किया जाएगा। अतिथियों की देखभाल करने वाले सभी व्यक्तियों को सभी नियमों का पालन करना पड़ेगा। केवल 30% पर्यटकों की बुकिंग ही स्वीकार की जाएगी। किसी भी पार्क के फुड कॉर्नर में एक बार में केवल 30% लोग ही बैठ सकेंगे। संबंधित प्रबंधन को इस बात का ध्यान रखना होगा कि सभी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं या नहीं।