सांप पर भरोसा किया जा सकता है, लेकिन भाजपा पर नहीं : ममता बनर्जी

कूचबिहार/मालबाजार : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर लोकसभा चुनाव के लिए लागू आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का पालन नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जहरीले सांप पर भरोसा किया जा सकता है, लेकिन भाजपा पर नहीं।
कूचबिहार में एक रैली को संबोधित करते हुए, बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच एजेंसियां, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं।
उन्होंने निर्वाचन आयोग से इस पर गौर करने और सभी के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने सभा में उपस्थित लोगों से कहा, ‘‘भाजपा आपसे आवास योजना के लिए दोबारा नाम दर्ज कराने को कह रही है। नाम दोबारा दर्ज क्यों कराए जा रहे हैं? वे ऐसा इसलिए करना चाहते हैं ताकि वे नामों को हटा सकें। आप एक जहरीले सांप पर भरोसा कर सकते हैं, आप इसे पाल भी सकते हैं, लेकिन आप भाजपा पर कभी भरोसा नहीं कर सकते… भाजपा देश को बर्बाद कर रही है।’’
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ‘‘केंद्रीय एजेंसियों की धमकी के आगे नहीं झुकेगी।’’
बनर्जी ने कूचबिहार में महिलाओं से आग्रह किया कि अगर 19 अप्रैल को होने वाले चुनाव से पहले ‘‘बीएसएफ द्वारा स्थानीय लोगों पर अत्याचार करने की घटनाएं होती हैं’’ तो वे पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं।
मालबाजार में एक अन्य चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख बनर्जी ने आरोप लगाया, ‘‘केंद्रीय जांच एजेंसियां जैसे एनआईए, आयकर विभाग तथा केंद्रीय बल जैसे बीएसएफ और सीआईएसएफ भाजपा के लिए काम कर रही हैं। हम विनम्रतापूर्वक निर्वाचन आयोग से सभी के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने का अनुरोध करेंगे, क्योंकि केंद्रीय एजेंसियां भाजपा के लिए काम कर रही हैं। मैं लोगों से मतदान के बाद नतीजे आने तक ईवीएम की सुरक्षा करने का आह्वान करूंगी क्योंकि भाजपा जनादेश के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश करेगी।’’
वर्ष 2021 में विधानसभा चुनाव के दौरान कूचबिहार जिले के सीतलकुची में केंद्रीय बलों की गोलीबारी में चार नागरिकों की मौत का जिक्र करते हुए बनर्जी ने आरोप लगाया कि मामूली बात पर गोली चलाई गई थी।
उन्होंने भाजपा पर अपने स्वार्थ के लिए भारतीय सेना के अस्पतालों का इस्तेमाल करने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया।
बनर्जी ने कहा कि भाजपा केवल ‘एक राष्ट्र, एक पार्टी’ के सिद्धांत का पालन करती है।
उन्होंने कूच बिहार से फिर चुनाव लड़ रहे निसिथ प्रमाणिक के संदर्भ में कहा, ‘‘यह राष्ट्रीय शर्म की बात है कि जिस व्यक्ति के खिलाफ कई मामले लंबित हैं, उसे गृह राज्य मंत्री बनाया गया। जिसे हमारी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया, अब वह व्यक्ति भाजपा के लिए मूल्यवान है।’’
तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता प्रमाणिक को 2018 में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए।
कूचबिहार के पूर्व पुलिस अधीक्षक देबाशीष धर को बीरभूम से अपना उम्मीदवार नामित करने के लिए भाजपा पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा कि 2021 के विधानसभा चुनाव दौरान सीतलकुची में पांच लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को उसने अपना उम्मीदवार बनाया है।
राज्य में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लागू नहीं करने की बात को दोहराते हुए बनर्जी ने कहा कि सीएए के लिए आवेदन करने पर आवेदक को विदेशी के रूप में नामित किया जाएगा।
भाजपा को ‘जुमला’ पार्टी करार देते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने भाजपा पर सीएए के संबंध में ‘झूठ फैलाने’ का आरोप लगाया। बनर्जी ने कहा, ‘‘सीएए वैध नागरिकों को विदेशी बनाने का एक जाल है। एक बार जब आप (भाजपा) सीएए लागू करेंगे, तो इसके बाद एनआरसी लागू होगा। हम पश्चिम बंगाल में न तो सीएए और न ही एनआरसी की अनुमति देंगे। यदि आप आवेदन करते हैं, तो आपको विदेशी के रूप में नामित किया जाएगा।’’
उन्होंने सीएए समिति में जनगणना विभाग के एक सदस्य को शामिल करने पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘अगर भविष्य में एनआरसी के लिए उनके पास कोई योजना नहीं है तो ऐसे व्यक्ति को क्यों शामिल किया गया है? सीएए सिर है और एनआरसी पूंछ है।’’
बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में ‘भाजपा के साथ हाथ मिलाने’ के लिए विपक्षी गुट ‘इंडिया’ के सहयोगियों… मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि राज्य में विपक्षी मोर्चे का अस्तित्व समाप्त हो गया है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘पश्चिम बंगाल में कोई ‘इंडिया’ गठबंधन नहीं है। मैंने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के गठन में अहम भूमिका निभाई। यहां तक ​​कि गठबंधन का नाम भी मैंने ही दिया था। लेकिन माकपा और कांग्रेस बंगाल में भाजपा के लिए काम कर रही हैं।’’
बनर्जी ने कहा, ‘‘अगर आप भाजपा को हराना चाहते हैं तो कांग्रेस और माकपा के पक्ष में अपना वोट न डालें। माकपा, कांग्रेस और उनकी सहयोगी अल्पसंख्यक पार्टी (आईएसएफ) को एक भी वोट न दें।’’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *